पटना, 17 नवंबर बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की मंगलवार को मंत्रिमंडल की पहली बैठक में 23 से 27 नवंबर तक विधानसभा का सत्र बुलाने का निर्णय लिया गया।
उधर, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने अपने पास गृह, सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग के अलावा वे सभी विभाग रखे हैं जो किसी को आवंटित नहीं किये गए हैं ।
यह भी पढ़े | BRICS Summit 2020: पीएम मोदी ने ब्रिक्स देशों से कहा, आतंकवाद के मददगार देशों को जिम्मेदार ठहराएं.
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को वित्त, वाणिज्य कर, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा आपदा प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी तथा नगर विकास की जिम्मेवारी दी गई है।
पिछली सरकार में वित्त विभाग सुशील कुमार मोदी के पास था जिन्हें इस बार नीतीश सरकार में स्थान नहीं मिला है।
राज्यपाल सचिवालय के बयान के अनुसार, राज्यपाल फागू चौहान ने भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह से विभागों का कार्य आवंटित कर दिया ।
बयान के अनुसार, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को पंचायती राज, पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा कल्याण तथा उद्योग विभाग सौंपा गया है।
नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले विजय कुमार चौधरी को ग्रामीण कार्य, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सूचना-जनसंपर्क तथा संसदीय कार्य का मंत्री बनाया गया है। विजय कुमार चौधरी पिछले विधानसभा के स्पीकर थे ।
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी को भवन निर्माण,समाज कल्याण, अल्पसंख्यक एवं विज्ञान प्रावैधिकी विभाग का मंत्री बनाया गया है।
विजेंद्र यादव को ऊर्जा, मद्य निषेध, योजना और खाद्य तथा उपभोक्ता मामलों के विभाग का मंत्री बनाया गया है। मेवालाल लाल चौधरी को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है । शीला कुमारी को परिवहन मंत्रालय का प्रभार दिया गया है ।
हम (हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा) पार्टी के नेता जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन को लघु जल संसाधन, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्रालय दिया गया है ।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) पार्टी के नेता मुकेश सहनी को पशु एवं मतस्य संसाधन मंत्रालय दिया गया है । मुकेश सहनी ने सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वे चुनाव हार गए थे ।
मंगल पांडे को स्वास्थ्य, कला एवं संस्कृति तथा पथ निर्माण विभाग दिया गया है । पिछली सरकार में भी मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य मंत्रालय था ।
अमरेंद्र प्रताप सिंह को कृषि, सहकारिता और गन्ना विभाग का मंत्री बनाया गया है।
रामप्रीत पासवान को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेवारी दी गई है। रामसूरत राय को राजस्व एवं विधि विभाग का मंत्री बनाया गया है। जीवेश कुमार पर्यटन, श्रम और खनन मंत्री बनाए गए हैं।
नीतीश सरकार की पहली मंत्रिमंडल बैठक में 17वीं बिहार विधानसभा के प्रथम सत्र और बिहार विधान परिषद के 196वें सत्र के प्रारंभ में दोनों सदनों के साथ समवेत अधिवेशन में राज्यपाल के अभिभाषण के प्रारूप को अनुमोदित करने के लिये मुख्यमंत्री को अधिकृत करने को भी मंजूरी दी गई ।
वहीं, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सरकार में मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि कैबिनेट ने पांच दिनों का विधानसभा सत्र बुलाने को मंजूरी दे दी है जो 23 नवंबर से शुरू होगा और 27 नवंबर तक चलेगा ।
विधानसभा सत्र के दौरान नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी जायेगी, नये विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होगा तथा राज्यपाल का अभिभाषण होगा ।
गौरतलब है कि सोमवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व में 15 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। नीतीश कुमार ने सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ये शपथ कार्यक्रम राजभवन में आयोजित था। राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नयी सरकार में नीतीश कुमार के अलावा भाजपा से सात मंत्रियों, जदयू से पांच मंत्री तथा हम से एक और वीआईपी एक मंत्री ने शपथ ली है ।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता तारकिशोर प्रसाद और उपनेता रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है । समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने हिस्सा लिया था ।
भाजपा ने मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व के जरिए जातीय गणित ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय समीकरण साधने का प्रयास किया है । भाजपा ने अपने कोटे के मंत्रिमंडल में भोजपुर, तिरहुत, चंपारण, मिथिलांचल और सीमांचल से आने वाले नेताओं को तरजीह दी है।
भोजपुर के आरा इलाके से आने वाले अमरेंद्र प्रताप सिंह व तिरहुत के रामसूरत राय को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
वहीं, मिथिला इलाके में भाजपा ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसके लिए यहां से दो मंत्री बनाए गए हैं। इनमें दरभंगा से जीवेश कुमार आते हैं तो रामप्रीत पासवान मधुबनी से आते हैं । सीमांचल इलाके में कटिहार से तारकिशोर प्रसाद आते हैं जबकि चंपारण से रेणु देवी आती हैं ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)