वाशिंगटन, 24 फरवरी व्हाइट हाउस ने कहा है कि यदि अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन होता है तो अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इसका समर्थन नहीं करेंगे।
इसके साथ ही व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया कि युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए अगला कदम उठाने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।
अमेरिका और तालिबान के बीच फरवरी 2020 में समझौता हुआ था जिसके तहत स्थायी रूप से संघर्ष विराम, तालिबान और अफगानिस्तान की सरकार के बीच शांति स्थापना को लेकर बातचीत और एक मई तक सभी विदेशी सेनाओं की वापसी पर सहमति बनी थी।
अफगानिस्तान में अभी लगभग 2,500 अमेरिकी सैनिक हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन होने पर बाइडन इसे समर्थन देंगे, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, “मुझे नहीं लगता कि वह इसका समर्थन करेंगे।”
साकी ने कहा, “अफगानिस्तान में अगला कदम उठाने की प्रक्रिया जारी है। इस पर चर्चा हो रही है और आगे क्या होगा मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।”
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)