विदेश की खबरें | बाइडन और मैक्रों ने रूस के खिलाफ एकजुटता का संकल्प जताया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. बाइडन ने यह भी संकेत दिया कि वह अपने जलवायु कानून के पहलुओं को बदलने के लिए तैयार हो सकते हैं जिस पर फ्रांस और अन्य यूरोपीय सहयोगियों ने चिंता जताई है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

बाइडन ने यह भी संकेत दिया कि वह अपने जलवायु कानून के पहलुओं को बदलने के लिए तैयार हो सकते हैं जिस पर फ्रांस और अन्य यूरोपीय सहयोगियों ने चिंता जताई है।

बाइडन ने मैक्रों के सम्मान में बृहस्पतिवार की शाम को एक राजकीय भोज का आयोजन किया। कोविड-19 के बाद किसी विदेशी नेता के लिये अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से दिया गया यह पहला भोज था।

मतभेदों के बावजूद बाइडन और मैक्रों ने इस बात को रेखांकित करने की कोशिश की कि अमेरिका और फ्रांस के बीच ठोस गठबंधन बना हुआ है, और पश्चिमी देशों को यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध के खिलाफ दृढ़ रहना चाहिए।

बाइडन ने कहा, ‘‘जैसा कि मैने पहले भी कहा है, आज फिर दोहराता हूं कि इस बर्बरता के खिलाफ हम एक साथ खड़े होने जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पुतिन सोचते हैं कि यूक्रेन में नागरिक संरचनाओं पर हमला करके, कीमत बढ़ाने के लिए यूरोप को ऊर्जा की आपूर्ति बंद कर और खाद्य संकट को बढ़ा कर वह अपनी साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षा का विरोध करने वाले सभी लोगों की इच्छाओं का दमन कर सकते हैं। यह न केवल यूक्रेन के बल्कि पूरी दुनिया के संवेदनशील लोगों को परेशान करने वाला है और वह इसमें सफल नहीं होंगे।’’

मैक्रों ने जोर देकर कहा कि इसका यूक्रेन की सीमाओं से बहुत दूर तक प्रभाव पड़ेगा ।

उन्होने कहा, ‘‘यूक्रेन में जो कुछ दांव पर लगा है, वह यहां से बहुत दूर नहीं है।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\