तिरुवनंतपुरम, 17 जून केरल में मुस्लिम समुदाय ने राज्य भर में मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज पढ़ी तथा पारंपरिक तरीके से कुर्बानी का त्योहार बकरीद मनाया।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने राज्य के लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दी।
बकरीद के त्योहार पर नमाज के लिए बुजुर्गों और बच्चों सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों और विशेष रूप से व्यवस्थित ईदगाहों में एकत्र हुए और नमाज पढ़ी गई।
इस मौके पर धार्मिक नेताओं और विद्वानों ने मस्जिदों और ईदगाहों में ईद के संदेश पढ़े और मुस्लिम लोगों से इस्लामी मूल्यों और आदर्शों को बनाए रखने का आग्रह किया।
कई स्थानों पर धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों ने जरूरतमंदों के लिए राहत और दान कार्यक्रम आयोजित किए।
राज्य की राजधानी के मध्य में स्थित प्रसिद्ध पलायम जुमा मस्जिद में इमाम वी पी सुहैब मौलवी की अगुवाई में लोगों ने नमाज पढ़ी। अपने संबोधन में मौलवी ने कहा कि देश की आत्मा सांप्रदायिक नहीं है और यदि कोई इसके विपरीत प्रयास करेगा तो वह सफल नहीं होगा।
इमाम वी पी सुहैब मौलवी ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजे इसका सबूत हैं।’’
उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनावों में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन द्वारा की गई प्रगति एक "राहत" है। उन्होंने कहा, "धर्मनिरपेक्ष गठबंधन सत्ता में नहीं आ सका, लेकिन देश के लोग फासीवादी ताकतों को करारा जबाव दे सकते हैं। यही चुनाव का सबसे बड़ा महत्व है।’’
बाबरी मस्जिद का नाम अपनी पाठ्यपुस्तकों से हटाने के राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के फैसले के बारे में खबरों का हवाला देते हुए मौलवी ने इस फैसले को वापस लेने और देश के इतिहास का "भगवाकरण" न करने का आग्रह किया।
स्वाती
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