सिद्धार्थनगर, 4 अगस्त: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर शिलान्यास से ऐन पहले भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल-एस के विधायक चौधरी अमर सिंह ने इस कार्यक्रम से पिछड़े तथा अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों को वंचित रखने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि भगवान राम सिर्फ भाजपा के ही हैं. सिद्धार्थनगर जिले की शोहरतगढ सीट से अपना दल-एस के विधायक चौधरी अमर सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर कहा "मुझे एक चीज सोचने पर विवश होना पड़ा है कि राम जन्मभूमि के आंदोलन में जिन लोगों ने संघर्ष किया, उनका चेहरा नहीं दिख रहा है. उनको वंचित किया जा रहा है."
उन्होंने आरोप लगाया कि राम मंदिर निर्माण के लिए जो ट्रस्ट बनाया गया है उसमें भी पिछड़े वर्गों अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लोगों को दरकिनार किया गया है. ऐसा लगता है कि प्रभु श्री राम संपूर्ण सनातन धर्म के नहीं बल्कि सिर्फ सत्तारूढ़ भाजपा के ही हो चुके हैं.
सिंह ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो इस धार्मिक मंच पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए था.
हमें याद है कि शुरू में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति बूटा सिंह ने मंदिर का शिलान्यास किया था जबकि वह अनुसूचित जाति के थे. अपना दल विधायक ने तंज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जितनी जल्दबाजी मंदिर निर्माण के शिलान्यास की है, उतनी तेजी गरीबों को रोजगार आवास और पेंशन देने में भी दिखानी चाहिए थी. ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोग पिछले साढे 3 साल से आवास के लिए भटक रहे हैं. गरीबों को पेंशन नहीं मिल रही है और बेरोजगार लोग सड़कों पर घूम रहे हैं.