जयपुर, पांच जनवरी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उनका बस चले तो वे दुष्कर्मियों व गैंगस्टर के बाल काटकर उनकी सरेबाजार परेड करवाएं ताकि उन जैसे बाकी लोगों में डर पैदा हो।
गहलोत ने उदयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही।
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के हाल के उस आदेश के बारे में पूछे जाने पर जिसमें कहा गया है कि अदालत द्वारा दोषी ठहराये जाने तक रिश्वतखोरी के मामलों के आरोपियों के नाम और फोटो सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, गहलोत ने कहा कि ‘‘यह आदेश तो उच्चतम न्यायालय के एक आदेश की पालना में निकलवा दिया होगा और कोई मकसद नहीं, सरकार की मंशा वही है जो पहले थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘... मेरा बस चले तो मैं दुष्कर्म करने वालों को, गैंगस्टर को ... जितने भी ऐसे मामले हैं... इनको मैं घुमाऊं बाजार में। इनकी पब्लिक परेड करवाऊं। मेरा बस चले तो मैं दुष्कर्म करने वालों के बाल काटकर उन्हें बाजार में घुमाऊं। पूरी जनता देखेगी कि यह दुष्कर्मी है।’’
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने आदेश कर दिया है कि आरोपियों को हथकड़ी नहीं लगा सकते। गहलोत ने कहा, ‘‘हथकड़ी लगती तो लोगों को शर्म आती थी। अब पुलिस वाले आरोपी का हाथ पकड़ कर ले जाते हैं। जो दुष्कर्मी है उसे आप ले जाओ लोगों में ... परेड करवाओ ... शर्म आएगी तो बाकी जनता डरेगी ... जो दुष्कर्मी जैसे लोग हैं, वे दुष्कर्म करना भूल जाएंगे।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘‘न्यायपालिका अपना काम करती है, हम अपना काम करते हैं। न्यायपालिका, न्यायपालिका है। न्यायपालिका का सम्मान करना हम सबका कर्तव्य बनता है।’’
गहलोत ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में ही शायद तकनीकी आधार पर एसीबी की ओर से यह ताजा आदेश जारी किया होगा।
अग्निवीर योजना के बारे में गहलोत ने कहा कि इस योजना की शुरू से ही बड़ी आलोचना हुई है और बिना किसी से चर्चा के इसकी अचानक घोषणा की गई। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार की ओर से धमकी दी गई कि हम मुकदमा दर्ज करेंगे और जिंदगी भर नौकरी नहीं लग पाएगी तो लोग शांत हो गए ..इस प्रकार धमकी देकर लोगों को शांत करवाना मैं समझता हूं कि उचित नहीं है।’’
गहलोत ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी का अपना वादा कांग्रेस ने निभाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सात दिन में कर्ज माफी की घोषणा का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘उनकी जो गिनती थी कि सात दिन में कर्जा माफ कर देंगे ...हमने तीन दिन में ही कर दिया। यह तो कागजों में है कि राजस्थान में 22 लाख किसानों का कर्जा माफ हो गया, 14000 करोड़ रुपये का कर्जा हमने चुकाया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ये विपक्ष वाले इतना झूठ बोलते हैं कि यह उनके लिए महंगी पड़ेगी क्योंकि जिनका कर्जा माफ हुआ .. वे इस तरह की कर्ज माफ नहीं होने की खबरें सुनकर गुस्से में हैं। कर्जा माफ हुआ है ... भूमि विकास बैंक व सहकारी बैंक में 100 प्रतिशत कर्जा माफ कर दिया, बिना किसी सीमा के।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्जा माफ नहीं हुआ, लेकिन हमने जो वादा किया था वह निभाया।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
जयपुर, पांच जनवरी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उनका बस चले तो वे दुष्कर्मियों व गैंगस्टर के बाल काटकर उनकी सरेबाजार परेड करवाएं ताकि उन जैसे बाकी लोगों में डर पैदा हो।
गहलोत ने उदयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही।
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के हाल के उस आदेश के बारे में पूछे जाने पर जिसमें कहा गया है कि अदालत द्वारा दोषी ठहराये जाने तक रिश्वतखोरी के मामलों के आरोपियों के नाम और फोटो सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, गहलोत ने कहा कि ‘‘यह आदेश तो उच्चतम न्यायालय के एक आदेश की पालना में निकलवा दिया होगा और कोई मकसद नहीं, सरकार की मंशा वही है जो पहले थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘... मेरा बस चले तो मैं दुष्कर्म करने वालों को, गैंगस्टर को ... जितने भी ऐसे मामले हैं... इनको मैं घुमाऊं बाजार में। इनकी पब्लिक परेड करवाऊं। मेरा बस चले तो मैं दुष्कर्म करने वालों के बाल काटकर उन्हें बाजार में घुमाऊं। पूरी जनता देखेगी कि यह दुष्कर्मी है।’’
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने आदेश कर दिया है कि आरोपियों को हथकड़ी नहीं लगा सकते। गहलोत ने कहा, ‘‘हथकड़ी लगती तो लोगों को शर्म आती थी। अब पुलिस वाले आरोपी का हाथ पकड़ कर ले जाते हैं। जो दुष्कर्मी है उसे आप ले जाओ लोगों में ... परेड करवाओ ... शर्म आएगी तो बाकी जनता डरेगी ... जो दुष्कर्मी जैसे लोग हैं, वे दुष्कर्म करना भूल जाएंगे।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘‘न्यायपालिका अपना काम करती है, हम अपना काम करते हैं। न्यायपालिका, न्यायपालिका है। न्यायपालिका का सम्मान करना हम सबका कर्तव्य बनता है।’’
गहलोत ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में ही शायद तकनीकी आधार पर एसीबी की ओर से यह ताजा आदेश जारी किया होगा।
अग्निवीर योजना के बारे में गहलोत ने कहा कि इस योजना की शुरू से ही बड़ी आलोचना हुई है और बिना किसी से चर्चा के इसकी अचानक घोषणा की गई। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार की ओर से धमकी दी गई कि हम मुकदमा दर्ज करेंगे और जिंदगी भर नौकरी नहीं लग पाएगी तो लोग शांत हो गए ..इस प्रकार धमकी देकर लोगों को शांत करवाना मैं समझता हूं कि उचित नहीं है।’’
गहलोत ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी का अपना वादा कांग्रेस ने निभाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सात दिन में कर्ज माफी की घोषणा का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘उनकी जो गिनती थी कि सात दिन में कर्जा माफ कर देंगे ...हमने तीन दिन में ही कर दिया। यह तो कागजों में है कि राजस्थान में 22 लाख किसानों का कर्जा माफ हो गया, 14000 करोड़ रुपये का कर्जा हमने चुकाया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ये विपक्ष वाले इतना झूठ बोलते हैं कि यह उनके लिए महंगी पड़ेगी क्योंकि जिनका कर्जा माफ हुआ .. वे इस तरह की कर्ज माफ नहीं होने की खबरें सुनकर गुस्से में हैं। कर्जा माफ हुआ है ... भूमि विकास बैंक व सहकारी बैंक में 100 प्रतिशत कर्जा माफ कर दिया, बिना किसी सीमा के।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्जा माफ नहीं हुआ, लेकिन हमने जो वादा किया था वह निभाया।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)