मथुरा, एक अक्टूबर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें टी-शर्ट और हाफ पैंट में सरकारी गाड़ी में बैठकर कुत्ते को सिविल लाइंस इलाके में घुमा रहे सहायक नगर आयुक्त एक पत्रकार पर उस समय बुरी तरह से भड़कते नजर आ रहे हैं, जब वह कुत्ते को सरकारी गाड़ी में घुमाते नगर आयुक्त की तस्वीर खींचने की कोशिश करता है।
जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच करने के लिए दो सदस्यीय जांच समीति का गठन किया है । वहीं, सहायक नगर आयुक्त ने भी इस मामले में सदर थाने में तहरीर दी है।
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के मीडिया प्रकोष्ठ ने इस वीडियो को ट्वीट कर प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
बृहस्पतिवार को प्रसारित वीडियो में देखा जा सकता है कि मथुरा-वृंदावन नगर निगम के सहायक आयुक्त राज कुमार मित्तल ने कुछ आगे जाकर गाड़ी मोड़ी और वापस आकर पत्रकार से न केवल झगड़ने लगे, बल्कि बेहद आक्रामक लहजे में पूछा कि उसने उनकी और कुत्ते की तस्वीर किस हक से ली।
वीडियो में पत्रकार यह कहते नजर आ रहा है कि आप (सहायक नगर आयुक्त) कार्य अवधि में सरकारी गाड़ी में बैठकर कुत्ते को घुमा रहे हैं तो मैं एक पत्रकार होने के नाते एक तस्वीर भी नहीं ले सकता क्या?
वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्रकार के ऐसा कहने पर सहायक नगर आयुक्त और भी ज्यादा आग-बबूला हो गए और उसके हाथ की उंगलियों में उंगलियां फंसाकर मरोड़ने लगे।
हालांकि, वह घटनास्थल पर मौजूद अन्य पत्रकारों और आम जनों के समझाने पर वहां से चले गए। सहायक नगर आयुक्त के इस अपमानजनक व्यवहार से आहत पत्रकार दीपक चौधरी ने जिलाधिकारी सहित सभी मीडियाकर्मियों को घटना की जानकारी दी।
चौधरी कानपुर से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक के पत्रकार हैं। साथी पत्रकार उनके साथ हुई घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी पुलकित खरे के पास शिकायत करने पहुंचे।
चौधरी ने बताया कि जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद उन्होंने थाना सदर प्रभारी को भी इस संबंध में एक तहरीर दी।
दूसरी ओर, जिलाधिकारी ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति को तीन दिन में मामले की जांच पूरी कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
उधर, आरोपी सहायक नगर आयुक्त मित्तल का कहना है कि वह कुछ माह पहले पकडे़ गए कुत्ते और बिल्ली के दो बच्चों को टीकाकरण के लिए वेटिनरी यूनिवर्सिटी स्थित हॉस्पिटल ले जा रहा थे।
मित्तल ने कहा कि लौटते समय सिविल लाइन क्षेत्र में एक युवक उनकी तस्वीर खींचने लगा और जब उन्होंने युवक को रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा।
मित्तल के मुताबिक, युवक को कुछ दूरी पर पकड़ लिया गया और पूछने पर उसने अपना परिचय एक पत्रकार के रूप में दिया। उन्होंने इस मामले में सदर थाने में तहरीर दे दी है।
सपा के मीडिया प्रकोष्ठ ने इस वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया है, ''योगीजी! लखनऊ से किसी को भेजिए, जो इन साहब के कुत्ते को घुमाए और टहलाए, कुत्ते की पॉटी साफ करे। आपके अधिकारीगण प्रशासनिक कामकाज छोड़कर कुत्ता टहलाने में व्यस्त हैं। वृंदावन जैसे अति संवेदनशील और वैश्विक पर्यटन स्थल पर सरकारी अधिकारी की यह लापरवाही और गुंडागर्दी अक्षम्य है।’’
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