सीएम हिमंत विश्व सरमा का बड़ा बयान, कहा- अरूणाचल प्रदेश के साथ सीमा विवाद के हल के लिए जो भी जरूरी होगा, असम करेगा

उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे के समाधान के लिए जो भी जरुरी है , असम सरकार वह करने को तैयार है ताकि पड़ोसी राज्यों के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंध बना रहे.’’ उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के बीच सरकार के स्तर पर बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा, ‘‘तार्किक परिणति तक पहुंचने के लिए अप्रैल से हम जमीनी स्तर पर उपयुक्त वार्ता के माध्यम से गंभीर प्रक्रिया शुरू करेंगे.’’

हिमंता बिस्वा सरमा (Photo Credits: PTI)

युपिया: असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा (Himanta Vishwa Sarma) ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के साथ दशकों पुराने सीमा विवाद (Border Dispute) के लिए हल के लिए वह सब करने को तैयार है जो इसके लिये आवश्यक होगा.  अरूणाचल प्रदेश के 36 वें स्थापना दिवस पर एक कार्यक्रम में सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एवं गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों से वार्ता के माध्यम से सीमा विवाद सुलझाने का निर्देश दिया है ताकि यह क्षेत्र देश के विकास के लिए एकजुट रहे. Assam: शहरों, कस्बों व गांवों के नाम बदलने के लिए बनेगा पोर्टल, सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने की घोषणा

उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे के समाधान के लिए जो भी जरुरी है , असम सरकार वह करने को तैयार है ताकि पड़ोसी राज्यों के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंध बना रहे.’’ उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के बीच सरकार के स्तर पर बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा, ‘‘तार्किक परिणति तक पहुंचने के लिए अप्रैल से हम जमीनी स्तर पर उपयुक्त वार्ता के माध्यम से गंभीर प्रक्रिया शुरू करेंगे.’’

सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों को अदालत के रास्ते समाधान पाने के बजाय वार्ता के माध्यम से सीमा विवाद सुलझाने का निर्देश दिया है ताकि यह क्षेत्र एकजुट रहे तथा देश का ‘विकास इंजन’ बने.

पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास देश के बाकी हिस्से के लिए पूर्वोत्तर की पहचान अक्षुण्ण रखना है.’’

इस बीच, अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि दोनों सरकारें अंतर्राज्यीय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए काम कर रही है. अरूणाचल प्रदेश असम को काटकर बनाया गया था और दोनों प्रदेशों के बीच 800 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा मिलती है. सरमा ने कहा कि कार्यक्रम के लिए उन्हें न्यौता देकर अरूणाचल प्रदेश ने असम के लोगों का सम्मान किया है.

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