Assam: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों को एफडी प्रमाण पत्र, लैपटॉप दिए
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता को खो चुके कुछ बच्चों को बृहस्पतिवार को वित्तीय सहायता दी. उन्होंने11 बच्चों को सहायता मुहैया कराई. हर बच्चे को 7,81,002 रुपए की सावधि जमा (एफडी) का प्रमाणपत्र, एक लैपटॉप और मौजूदा महीने के लिए वित्तीय मदद के तौर पर 3,500 रुपए का चैक दिया गया.
गुवाहाटी: असम (Assam) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता को खो चुके कुछ बच्चों को बृहस्पतिवार को वित्तीय सहायता दी. सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि उपायुक्त शिशु सेवा योजना के क्रियान्वयन के लिए अपने-अपने जिलों में इस प्रकार के बच्चों की सूची बनाएंगे. मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाता सम्मेलन शुरू होने से पहले 11 बच्चों को सहायता मुहैया कराई. हर बच्चे को 7,81,002 रुपए की सावधि जमा (एफडी) का प्रमाणपत्र, एक लैपटॉप और मौजूदा महीने के लिए वित्तीय मदद के तौर पर 3,500 रुपए का चैक दिया गया.
सरमा की सरकार के 30 दिन पूरे होने के अवसर पर संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया था. कोविड-19 के कारण अनाथ हुए हर बच्चे की शिक्षा और कौशल विकास के लिए उसके संरक्षक को एफडी के मासिक ब्याज के रूप में 3,500 रुपए दिए जाएंगे. सरमा ने बताया कि सावधि जमा 24 साल के लिए है और यह अवधि पूरी होने पर मूल राशि इन बच्चों के खाते में जमा की जाएगी. जिन बच्चों का कोई संरक्षक नहीं है, उन्हें आवासीय स्कूलों या संस्थाओं में रखा जाएगा और राज्य सरकार उनका खर्च वहन करेगी. यह भी पढ़ें: COVID-19 Updates: भारत में 24 घंटे में रिकॉर्ड 6148 लोगों की मौत, लगातार तीसरे दिन एक लाख से कम नए मामले, संक्रमण की दर 10% से कम
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार ने उन महिलाओं को भी ढाई लाख रुपए की एकमुश्त वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है, जिनके पतियों की कोविड-19 के कारण मौत हो गई है. ये महिलाएं ‘अरुणोदोई’ (सूर्योदय) योजना और पेंशन योजना के लिए भी पात्र होंगी. ‘अरुणोदोई’ महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई योजना है.