विदेश की खबरें | म्यांमा के लिए आसियान के विशेष दूत ने भविष्य में और फांसी दिए जाने को लेकर चेतावनी दी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

उन्होंने 10-सदस्यीय दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) में म्यांमा के विशेष दूत के तौर पर आगाह किया कि आगे और फांसी देने से क्षेत्रीय समूह को इस पर पुनर्विचार के लिए विवश होना पड़ेगा कि म्यांमा के साथ भागीदारी का स्तर कैसा हो।

प्राक सोखोन आसियान के विदेश मंत्रियों की सप्ताह भर चली बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। शुक्रवार को जारी बैठक की अंतिम विज्ञप्ति के एक अंश में म्यांमा में हिंसा समाप्त करने की दिशा में विफल रहने के लिए उसकी आलोचना की गयी है।

उन्होंने शनिवार को म्यांमा के असंतुष्ट लोगों को फांसी दिए जाने को उनकी मध्यस्थता के प्रयासों के लिए एक ‘‘झटका’’ बताया और कहा कि म्यांमा के अलावा आसियान के नौ देश ‘‘यह देखने के लिए थोड़ा इंतजार करने को राजी हो गए हैं कि आगामी हफ्तों तथा महीनों में चीजें किस तरह बदलती हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर और लोगों को फांसी दी जाती है तो चीजों पर फिर से गौर करना होगा।’’ इससे संकेत मिलता है कि आसियान म्यांमा की सैन्य सरकार के साथ अपनी भागीदारी कम करने के लिए तैयार है।

गौरतलब है कि संघ के अपने सदस्य और अन्य देश भी पांच सूत्री आम सहमति लागू करने के लिए म्यांमा पर दबाव बनाने को लेकर आसियान की ओर से ज्यादा प्रयास न किये जाने के वास्ते उसकी आलोचना करते रहे हैं।

एपी

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