मुंबई, 16 अक्टूबर उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास ‘एंटीलिया’ के निकट विस्फोटक सामग्री बरामद होने और व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या मामले में आरोपी मनीष सोनी ने यहां विशेष एनआईए अदालत का रुख किया है और कहा है कि वह मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराए गए अपने इकबालिया बयान को वापस लेना चाहता है।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने सोनी और सतीश मोथकुरी पर अन्य आरोपियों की मदद से हिरन की हत्या करने और उसके शव को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया है।
जांच एजेंसी ने दावा किया है कि यह हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी और पूर्व पुलिसकर्मियों सचिन वाजे और प्रदीप शर्मा के इशारे पर की गई थी।
मजिस्ट्रेट के सामने 17 जून, 2021 को गिरफ्तार किए गए सोनी ने अपना इकबालिया बयान दर्ज कराया था, जिसमें हिरन की हत्या से जुड़ी घटनाओं का घटनाक्रम बताया गया था।
यरवदा जेल से 25 सितंबर को विशेष एनआईए अदालत को लिखे पत्र में उसने कहा कि वह अपना इकबालिया बयान वापस लेना चाहता है। अदालत को बुधवार को पत्र प्राप्त हुआ और उसने एनआईए से 25 अक्टूबर तक जवाब देने को कहा।
दक्षिण मुंबई में 25 फरवरी, 2021 को ‘एंटीलिया’ के पास एक एसयूवी मिली थी जिसमें विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी। हिरन को पांच मार्च, 2021 को ठाणे में मृत पाया गया था।
इस मामले में वाजे, शर्मा और कुछ अन्य पूर्व पुलिसकर्मियों समेत कुल दस आरोपी हैं।
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