इस्लामाबाद, 16 मार्च : मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान सरकार से आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद 17 फरवरी से देश में बंद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ को तत्काल बहाल करने का अनुरोध किया है. ब्रिटेन में स्थित संस्था ने ‘एक्स’ पर पाकिस्तानी अधिकारियों से "देश की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व सूचना तक पहुंच के अधिकारों को बनाए रखने" का आग्रह किया.
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि वह उन 28 नागरिक समाज संगठनों में से एक है, जिन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को तत्काल बहाल करने के लिए एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए हैं. बयान में कहा गया है, “पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) की चुप्पी बेहद चिंताजनक है क्योंकि वह अपने फैसले का कारण बताने में विफल रहा है.” यह भी पढ़ें : पाकिस्तान की अदालत ने भारतीय नागरिक को निर्वासित करने में नाकामी के लिए गृह मंत्रालय को फटकार लगाई
आठ फरवरी को, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने देश में आम चुनाव के दौरान पूरे दिन मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के पाकिस्तान के फैसले को "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व शांतिपूर्ण सभा के अधिकारों पर हमला" बताया था. न तो पिछली कार्यवाहक सरकार और न ही नए प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के प्रशासन ने यह बताया है कि देश में इतनी लंबी अवधि के लिए ‘एक्स’ पर पाबंदी क्यों लगाई गई है.