(फाइल फोटो के साथ)
भरतपुर, 15 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को राजस्थान में भरतपुर संभाग के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, जहां पार्टी को 2018 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि भरतपुर कॉलेज मैदान में होने वाले सम्मेलन में भाजपा के भरतपुर संभाग के चार जिलों-भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर और धौलपुर के बूथ अध्यक्ष व कार्यकर्ता शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, संभाग के 4,700 बूथ के 25 हजार से अधिक कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि शाह का दोपहर एक बजे के आसपास भरतपुर पहुंचने का कार्यक्रम है।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी राजस्थान में, भरतपुर संभाग के चार जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं और 2018 के चुनाव में भाजपा केवल धौलपुर में एक सीट जीत सकी थी। 16 सीटें कांग्रेस के खाते में गई थीं, जबकि एक सीट राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और एक सीट निर्दलीय को हासिल हुई थी। रालोद और निर्दलीय विधायक, दोनों ही अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहे हैं।
वहीं, 2013 के विधानसभा चुनावों में, जब वसुंधरा राजे नीत सरकार सत्ता में आई थी, तब भाजपा ने भरतपुर संभाग की 19 में से 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, “भाजपा की मीणा-गुर्जर और अनुसूचित जाति बहुल पूर्वी राजस्थान में पकड़ बहुत कमजोर है। इसी कारण, पार्टी के केंद्रीय नेता साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस साल फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन करने के बाद दौसा में एक जनसभा की थी, जिसमें भाजपा ने पूर्वी राजस्थान के आठ जिलों से भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की थी।
इससे पहले, पिछले साल अप्रैल में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अनुसूचित जाति सम्मेलन को संबोधित करने के लिए सवाई माधोपुर का दौरा किया था, जिसमें पूरे संभाग के पार्टी कार्यकर्ता जुटे थे। अब अमित शाह भरतपुर आ रहे हैं।
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