जयपुर, 20 फरवरी: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर मंगलवार दोपहर बीकानेर पहुंचे. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीकानेर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बीकानेर ‘क्लस्टर’ में लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक को संबोधित किया. इसके बाद वे उदयपुर में ‘कार्यकर्ता सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे और शाम को जयपुर में ‘प्रबुद्धजन सम्मेलन’ में विभिन्न क्षेत्रों के प्रबुद्धजनों के साथ संवाद का कार्यक्रम है.
बीकानेर हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सी.पी. जोशी और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल सहित अन्य नेताओं ने उनकी अगवानी की. पार्टी सूत्रों के अनुसार शाह अपने इस एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान तीन ‘‘क्लस्टर’’ पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिनमें जयपुर, उदयपुर और बीकानेर की तीन लोकसभा सीट शामिल हैं. पिछले साल दिसंबर में राजस्थान की 200 विधानसभा सीट में से 115 सीट जीतकर सत्ता में आई भाजपा की नजर आगामी आम चुनाव में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीट जीतने पर है.
हालांकि, करणपुर विधानसभा सीट पर बाद में हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार सुरेंद्रपाल सिंह टी.टी हार गए. पार्टी ने मतदान से पहले ही टीटी को मंत्री बना दिया था. करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण यहां चुनाव बाद में आयोजित किये गये। किसान बहुल क्षेत्र श्रीगंगानगर उत्तरी राजस्थान के बीकानेर संभाग में आता है. माना जा रहा है कि करणपुर में पार्टी के खराब प्रदर्शन को गंभीरता से लेते हुए शाह ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए अपने दौरे की शुरुआत बीकानेर से की है.
बीकानेर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का गृह क्षेत्र भी है. शाह दोपहर बाद उदयपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करेंगे. उदयपुर दक्षिण राजस्थान में एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है. गृह मंत्री के कार्यक्रम से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए. इस कदम को भाजपा के आदिवासी इलाकों विशेष रूप से बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ जिले और आसपास के क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
इस इलाके में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने हाल ही में दम दिखाया जब उसने विधानसभा चुनावों में तीन सीट (डूंगरपुर में दो और प्रतापगढ़ जिले में एक) जीती जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चिंताएं बढ़ गईं. जानकारों के अनुसार इलाके के एक प्रभावी नेता को पार्टी में लाकर भाजपा न केवल अपनी उपस्थिति मजबूत करना चाहती है, बल्कि इलाके में कांग्रेस और बीएपी को भी कमजोर करना चाहती है. दिल्ली रवाना होने से पहले शाह, शाम को जयपुर में बुद्धिजीवियों की एक बैठक को संबोधित करेंगे.
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