जरुरी जानकारी | उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स मामूली बढ़त के साथ नए उच्चस्तर पर, निफ्टी में भी सीमित लाभ

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बृहस्पतिवार को सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों में निवेशक अब जोखिम लेने से कतरा रहे हैं, जिससे भारतीय बाजार की धारणा भी प्रभावित हुई।

मुंबई, नौ सितंबर उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बृहस्पतिवार को सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों में निवेशक अब जोखिम लेने से कतरा रहे हैं, जिससे भारतीय बाजार की धारणा भी प्रभावित हुई।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सीमित दायरे में कारोबार के बीच 54.81 अंक यानी 0.09 प्रतिशत के लाभ से 58,305.07 अंक पर बंद हुआ। यह इसका कारोबार की समाप्ति पर नया रिकॉर्ड है।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 15.75 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,369.25 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर सबसे अधिक लाभ में रहा। नेस्ले इंडिया, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक तथा आईटीसी के शेयर भी बढ़त में रहे।

वहीं दूसरी ओर टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट आई। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 18 लाभ में रहे, जबकि 12 में नुकसान रहा।

कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में सेंसेक्स साप्ताहिक आधार पर 175.12 अंक यानी 0.30 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं निफ्टी 45.65 अंक यानी 0.26 प्रतिशत के लाभ में रहा है।

शुक्रवार को ‘गणेश चतुर्थी’ के मौके पर बाजार बंद रहेंगे।

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.56 प्रतिशत तक चढ़ गए।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव रहा। इस दौरान विशेष रूप से रियल्टी और फार्मा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। हालांकि, मिड और स्मॉलकैप शेयर खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं।’’

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिन से वैश्विक बाजार जोखिम नहीं उठा रहे हैं। इससे भारतीय बाजारों की धारणा प्रभावित हुई है।’’

कई विशेषज्ञों का मानना है कि बड़ी कंपनियों यानी लार्ज कैप शेयरों में कुछ ‘करेक्शन’ आ सकता है। इन शेयरों ने इस साल बाजार की तेजी में मुख्य योगदान दिया है।

अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट में लाभ रहा।

दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 10 पैसे बढ़कर 73.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

अजय

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