विदेश की खबरें | अल्फ़ा, बीटा, थीटा: मस्तिष्क की अवस्थाएँ और तरंगें क्या हैं? क्या हम उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं?

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. मैगिल (ऑस्ट्रेलिया), 22 दिसंबर (द कन्वरसेशन) ऐसे ऐप्स और तकनीक की कोई कमी नहीं है जो मस्तिष्क को ‘‘थीटा’’ स्थिति में स्थानांतरित करने का दावा करते हैं - कहा जाता है कि यह विश्राम, आंतरिक ध्यान और नींद में मदद करता है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

मैगिल (ऑस्ट्रेलिया), 22 दिसंबर (द कन्वरसेशन) ऐसे ऐप्स और तकनीक की कोई कमी नहीं है जो मस्तिष्क को ‘‘थीटा’’ स्थिति में स्थानांतरित करने का दावा करते हैं - कहा जाता है कि यह विश्राम, आंतरिक ध्यान और नींद में मदद करता है।

लेकिन किसी की ‘‘मानसिक स्थिति’’ को बदलने का वास्तव में क्या मतलब है? और क्या यह संभव भी है? फिलहाल, सबूत अस्पष्ट बने हुए हैं। लेकिन जैसे-जैसे हमारे जांच के तरीकों में सुधार हो रहा है, मस्तिष्क के बारे में हमारी समझ तेजी से बढ़ रही है।

मस्तिष्क मापने की तकनीक विकसित हो रही है

वर्तमान में, मस्तिष्क गतिविधि की इमेजिंग या माप के लिए कोई भी एकल दृष्टिकोण हमें पूरी तस्वीर नहीं देता है। हम मस्तिष्क में क्या ‘‘देखते’’ हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम ‘‘देखने’’ के लिए किस उपकरण का उपयोग करते हैं। ऐसा करने के असंख्य तरीके हैं, लेकिन हर एक की सीमा होती है।

1980 के दशक में चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई) के आगमन के कारण हमने मस्तिष्क गतिविधि के बारे में बहुत कुछ सीखा।

अंततः हमने ‘‘कार्यात्मक एमआरआई’’ का आविष्कार किया, जो हमें किसी कार्य के दौरान मस्तिष्क द्वारा ऑक्सीजन युक्त रक्त के उपयोग को मापकर मस्तिष्क की वास्तविक गतिविधि को कुछ कार्यों या व्यवहारों से जोड़ने में मदद देता है।

हम ईईजी (इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राफी) का उपयोग करके विद्युत गतिविधि को भी माप सकते हैं। यह मस्तिष्क तरंगों के घटित होने के समय को सटीक रूप से माप सकता है, लेकिन यह पहचानने में बहुत सटीक नहीं है कि वे मस्तिष्क के किन विशिष्ट क्षेत्रों में घटित होती हैं।

वैकल्पिक रूप से, हम चुंबकीय उत्तेजना के प्रति मस्तिष्क की प्रतिक्रिया को माप सकते हैं। क्षेत्रफल और समय की दृष्टि से यह बहुत सटीक है, लेकिन केवल तब तक जब तक यह सतह के करीब है।

मस्तिष्क की अवस्थाएँ क्या हैं?

हमारे सभी सरल और जटिल व्यवहार, साथ ही हमारी अनुभूति (विचार) का आधार मस्तिष्क गतिविधि, या ‘‘तंत्रिका गतिविधि’’ है। न्यूरॉन्स - मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएं - विद्युत आवेगों और ‘‘न्यूरोट्रांसमीटर’’ नामक रासायनिक संकेतों के अनुक्रम द्वारा संचार करती हैं।

न्यूरॉन्स रक्त से मिलने वाले ईंधन के लिए बहुत लालची होते हैं और उन्हें साथी कोशिकाओं से बहुत अधिक समर्थन की आवश्यकता होती है। इसलिए, मस्तिष्क गतिविधि की साइट, मात्रा और समय का अधिकांश माप विद्युत गतिविधि, न्यूरोट्रांसमीटर स्तर या रक्त प्रवाह को मापने के माध्यम से किया जाता है।

इस गतिविधि पर हम तीन स्तरों पर विचार कर सकते हैं। पहला एकल-कोशिका स्तर है, जिसमें व्यक्तिगत न्यूरॉन्स संचार करते हैं। लेकिन इस स्तर पर माप कठिन (प्रयोगशाला-आधारित) है और एक सीमित तस्वीर प्रदान करता है।

इस प्रकार, हम नेटवर्क स्तर पर किए गए मापों पर अधिक भरोसा करते हैं, जहां न्यूरॉन्स या नेटवर्क की एक श्रृंखला सक्रिय होती है। या, हम संपूर्ण मस्तिष्क गतिविधि पैटर्न को मापते हैं जिसमें एक या अधिक तथाकथित ‘‘मस्तिष्क अवस्थाएं’’ शामिल हो सकती हैं।

एक हालिया परि के अनुसार, मस्तिष्क की अवस्थाएं ‘‘मस्तिष्क में वितरित आवर्ती गतिविधि पैटर्न हैं जो शारीरिक या संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं से उभरती हैं’’। ये अवस्थाएँ कार्यात्मक रूप से प्रासंगिक हैं, जिसका अर्थ है कि वे व्यवहार से संबंधित हैं।

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