मुम्बई, 18 दिसंबर ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ वह भी जुड़ेगा।
आईकेएस के नेता अजीत नवले और अशोक धावले, ‘सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन्स’ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. डी एम ददार और सुनील मालुसरे ने नासिक में यह घोषणा की।
धावले ने कहा, ‘‘ तीनों कानूनों का लक्ष्य उद्योगपतियों को किसानों की कीमत पर मुनाफा कमाने की अनुमति देना है। उनका विरोध करने के लिए हम 21 दिसंबर को नासिक से रवाना होंगे और प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। हजारों किसानों के हमसे जुड़ने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ किसान रैली नासिक से शुरू होगी और 22 दिसंबर को धुले में एक जनसभा होगी। किसान 1,266 किलोमीटर की यात्रा कर दिल्ली पहुंचेंगे और 24 दिसंबर को प्रदर्शन में शामिल होंगे। हम अपने साथ राशन लेकर जायेंगे ताकि हम वहां अधिक समय तक ठहर सकें।’’
उन्होंने कहा कि नये कृषि-विपणन कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुरक्षा नहीं करते, इसलिए उनका संगठन इन कानूनों के खिलाफ है।
हजारों किसान तीन सप्ताह से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। गतिरोध दूर करने के लिए केंद्र और चार किसान संगठनों के बीच पांच दौर की औपचारिक वार्ता हो चुकी है लेकिन किसान संगठन इन कानूनों को वापस लेन का मांग कर रहे हैं।
धावले ने कहा कि एआईकेएस और संबद्ध संगठन विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2020 का भी विरोध करेंगे। उन्होंने दावा किया कि यह इस क्षेत्र के निजीकरण के लिए है जिससे लोगों का बिजली बिल बढ़ जाएगा।
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