नयी दिल्ली, 1 नवंबर: देश की दूसरी बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने बुधवार को कहा कि उद्योग को व्यवहार्य बनाने के लिए शुल्क दरों में बढ़ोतरी करने की जरूरत है. विट्टल ने दूसरी तिमाही के नतीजों पर चर्चा के दौरान कहा कि भारत में दूरसंचार शुल्क कम हैं और इनमें बढ़ोतरी करने की जरूरत है. हालांकि, उन्होंने कहा कि एयरटेल 5जी सेवाओं का शुल्क बढ़ाने के पक्ष में नहीं है औऱ वह सभी खंडों में शुल्क बढ़ोतरी की पहल जारी रखेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम सबसे किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली दूरसंचार सेवा के पक्ष में हैं. हम यह भी समझते हैं कि ग्राहकों के अलग-अलग खंड की जरूरतें अलग हैं और एक ही शुल्क ढांचा सब पर लागू नहीं होता है.’’ एयरटेल के शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘‘दूरसंचार उद्योग के लिए निवेश जारी रखने और भारत के डिजिटल दृष्टिकोण को साकार करने के लिए इसका व्यवहार्य होना जरूरी है और इसके लिए बहीखाते का इस्तेमाल करना टिकाऊ समाधान नहीं है.’’
उन्होंने कहा कि दूरसंचार उद्योग के लिए प्रतिस्पर्धा के साथ किफायती शुल्क एवं वित्तीय व्यवहार्यता का होना भी जरूरी है. शुल्क दरों में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर विट्टल ने कहा, ‘‘सवाल यह नहीं है कि क्या ऐसा होगा. सवाल यह है कि शुल्क कब बढ़ेगा. जियो के आने के बाद दो बार दरों में बढ़ोतरी हो चुकी है और उम्मीद है कि आने वाले समय में भी ऐसा होगा.’’
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