Jallikattu 2021: ‘जल्लीकट्टू’ देखने के बाद राहुल ने कहा-तमिल संस्कृति को जीवंत स्वरूप में देखना बेहतरीन अनुभव रहा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल आयोजन ‘जल्लीकट्टू’ का साक्षी बनने के बाद कहा कि उनके इस दौरे का मकसद उन लोगों को संदेश देना था, जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं.
मदुरै, 14 जनवरी : कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल आयोजन ‘जल्लीकट्टू’ (Jallikattu) का साक्षी बनने के बाद कहा कि उनके इस दौरे का मकसद उन लोगों को संदेश देना था, जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह खेल तमिल संस्कृति का जीवंत स्वरूप है.
पोंगल के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ द्रमुक की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के एस अलागिरी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे. यह भी पढ़ें : Tamil Nadu Grants Permission To Jallikattu: जल्लीकट्टू को मिली अनुमति, खेल के लिए इन कोविड दिशानिर्देशों का पालन अनिवार्य
‘जल्लीकट्टू’ तमिलनाडु के ग्रामीण इलाक़ों का एक परंपरागत खेल है, जो पोंगल त्योहार पर आयोजित किया जाता है. इसमें लोग बैलों को पकड़ने एवं उन्हें काबू में करने की कोशिश करते हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्ध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली से यहां एक बहुत ही लोकप्रिय आयोजन देखने आया क्योंकि मैं मानता हूं कि तमिल संस्कृति, तमिल और तमिल इतिहास भारत के भविष्य के लिए जरूरी है तथा इनका सम्मान करने की जरूरत है.’’