पटना, 2 एक : जून बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में जाति आधारित गणना की जाएगी, सर्वदलीय बैठक के दौरान जो बातचीत हुई है इसी के आधार पर बहुत जल्द कैबिनेट का निर्णय होगा. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में जाति आधारित गणना पर हुयी सर्वदलीय बैठक के पश्चात् पत्रकारों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि आज सर्वसम्मति से यह निर्णय किया गया कि बिहार में जाति आधारित गणना की जाएगी. उन्होंने कहा कि सब लोगों का चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों, इसके तहत पूरा का पूरा आकलन किया जाएगा और इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी संभव हो मदद दी जाएगी, जनगणना कार्य में लगाए जाने वाले लोगों का प्रशिक्षण किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि आज जो बातचीत हुई है इसी के आधार पर बहुत जल्दी कैबिनेट का निर्णय होगा. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार को इस काम को करना है तो कैबिनेट का निर्णय होगा. इस काम के लिए पैसे की जरूरत पड़ेगी तो उसका भी प्रबंध करना पड़ेगा. कैबिनेट के जरिए ये सब काम बहुत जल्दी कर दिया जाएगा.’’ नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित गणना की जाएगी, उसके बारे में विज्ञापन भी प्रकाशित किया जाएगा, ताकि एक-एक चीज को लोग जान सकें. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में नौ दल हैं जिनकी सर्वसम्मति से ये बात हो गई, जो कुछ भी काम शुरू होगा और सरकारी तौर पर भी लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी, ताकि सब लोगों को ये मालूम रहे कि एक-एक काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट के माध्यम से यह भी तय किया जाएगा कि यह पूरा काम एक तय समय सीमा के अंदर हो. इस गणना को लेकर भाजपा के कुछ नेताओं की पूर्व की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘ऐसी कोई बात नहीं थी. प्रधानमंत्री से जब मिलने गए थे तो भाजपा भी गई थी साथ में. आप आज देख ही रहे हैं कि सबलोगों की सहमति से ये बैठक हुई है.’’ यह भी पढ़ें : बीएसएफ ने इंस्पेक्टर से मारपीट करने के आरोपी अफसर की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया
उन्होंने कहा, ‘‘विरोध शब्द ठीक नहीं है. ये कहा गया कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना नहीं होगी. लेकिन राज्य सरकार करेगी इसलिए वो बात नहीं है. राष्ट्रीय स्तर पर नहीं हो पा रहा है, ये बात है. आप देखिएगा कि राज्य स्तर पर कितने अच्छे ढंग से ये होगा. आज सभी राज्य इसपर विचार कर रहे हैं. अगर इतने बड़े पैमाने पर सभी राज्यों में हो जाएगा तो राष्ट्रीय स्तर पर तो स्वत: हो जाएगा. बिहार के लोगों की तो इच्छा है ही.’’ जाति आधारित गणना कराये जाने के उद्देश्य पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हमसब लोगों की राय है, लोगों को आगे बढ़ाने का, लोगों के फायदे के लिए ये काम हो रहा है.
हम लोगों की योजना यही है कि सबका ठीक ढंग से विकास हो सके. जो पीछे हैं, उपेक्षित हैं, उसकी उपेक्षा न हो. सब आगे बढ़ें. इन सब चीजों को ही रखकर के हम लोगों ने तय किया और इसका नामकरण करने जा रहे हैं जाति आधारित गणना.’’इस बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिषोर प्रसाद, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, राजद सांसद मनोज झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा सहित अन्य पार्टियों के नेता मौजूद रहे.