मुंबई, 15 मार्च : बम्बई उच्च न्यायालय द्वारा महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को धनशोधन मामले में अंतरिम राहत न दिये जाने के बाद उनके कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है तथा सत्य एवं न्याय की जीत होगी. प्रवर्तन निदेशालय ने इस वर्ष 23 फरवरी को मलिक को धनशोधन निरोधक कानून के तहत गिरफ्तार किया था.
यह मामला कथित तौर पर भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के निकट सहयोगी के साथ मलिक के संपत्ति सौदे से संबंधित है. मलिक फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि गिरफ्तारी को चुनौती दिये जाने और मामले में राहत संबंधी याचिका ने बहस के लायक कुछ मुद्दे उठाये हैं और अदालत को कोई भी अंतिम आदेश पारित करने से पहले दोनों पक्षों की व्यापक जिरह सुनने की आवश्यकता है. यह भी पढ़ें : सच्चाई सामने लाने के लिए ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्में बनाने की जरूरत- पीएम मोदी
बाद में मलिक के कार्यालय ने ट्विटर पोस्ट में उन्हें राष्ट्रवादी बताते हुए कहा, ‘‘हम न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं. सत्य और न्याय की जीत होगी.’’ हिन्दी में किये गये ट्वीट में कहा गया है, ‘‘निश्चित तौर पर बाधाएं हैं, लेकिन साहस अभी बाकी है.’’