नयी दिल्ली, चार अगस्त प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को यहां स्थित हेराल्ड हाउस भवन में जांच अधिकारियों के समक्ष कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के उपस्थित होने के बाद यंग इंडियन के कार्यालय में तलाशी की कवायद फिर शुरू कर दी। कांग्रेस के स्वामित्व वाले समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक इसी कंपनी के पास है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता 80 वर्षीय खड़गे आईटीओ के पास बहादुर शाह जफर मार्ग पर इस भवन में अपराह्न करीब 12:40 बजे पहुंचे और ईडी के अधिकारियों से मिले। ईडी ने उनके खिलाफ समन जारी किया था, क्योंकि जांच एजेंसी चाहती थी कि यंग इंडियन के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान कंपनी के प्रमुख अधिकारी के तौर पर खड़गे मौजूद रहें।
यंग इंडियन के प्रमोटरों और अधिकांश शेयर धारकों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हैं। अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भी कंपनी के 38 फीसदी शेयर हैं।
हेराल्ड हाउस की चार मंजिला इमारत के प्रथम तल पर स्थित यंग इंडियन के एक कमरे के दफ्तर पर संघीय एंजेसी ने अस्थायी सील लगा दी थी ताकि 'सबूत सुरक्षित' रहें। ताला लगे होने और अधिकृत प्रतिनिधि के उपलब्ध नहीं होने के चलते एंजेसी पिछले दो दिनों से तलाशी नहीं ले सकी थी ।
अधिकारियों ने कहा कि यंग इंडियन कार्यालय में तलाशी, जिस अभी तक रोका गया था, अब फिर से शुरू होगी और उपलब्ध संभावित सबूतों को एकत्र किया जाएगा।
नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र और वेब पोर्टल का कार्यालय, जहां कि संपादकीय विभाग के कर्मचारी और प्रशासनिक विभाग के कर्मचारी बैठते हैं, हेराल्ड हाउस के चौथे तल पर स्थित है।
नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी यंग इंडियन की ओर से किया जाता है। समाचार पत्र का कार्यालय एजीएल के नाम पर पंजीकृत है।
इसके पहले ईडी ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड-एजीएल-यंग इंडियन सौदे से जुड़े धन शोधन जांच के मामले में हेराल्ड हाउस समेत दर्जनों स्थानों पर छापेमारी की थी।
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