देश की खबरें | मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहा है प्रशासन : आजम खां के परिवार ने लगाया आरोप
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. रामपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) की पूर्व विधायक व सपा की वरिष्ठ नेता आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा और उनके बेटे ने सोमवार को आरोप लगाया कि रामपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पुलिस पर मतदाताओं को वोट डालने से रोक रही है और जुल्म—ज्यादती कर लोकतंत्र तथा संविधान को 'कलंकित' कर रही है।
रामपुर (उत्तर प्रदेश), पांच दिसंबर रामपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) की पूर्व विधायक व सपा की वरिष्ठ नेता आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा और उनके बेटे ने सोमवार को आरोप लगाया कि रामपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पुलिस पर मतदाताओं को वोट डालने से रोक रही है और जुल्म—ज्यादती कर लोकतंत्र तथा संविधान को 'कलंकित' कर रही है।
फातिमा ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘रामपुर शहर की हर सड़क पर 100—150 मीटर की दूरी पर पुलिस खड़ी है और लोगों को मतदान करने से रोक रही है। जो लोग वोट डालने की जिद कर रहे हैं, उन्हें मार—पीट रही है। कई लोगों की उंगलियां टूटी हैं, किसी का हाथ टूटा है किसी का पैर टूटा है। क्या यह संविधान और लोकतंत्र का उल्लंघन नहीं है? एक तरफ संविधान कहता है कि आप वोट देने के अधिकार का उपयोग कीजिये, दूसरी तरफ यहां की पुलिस और प्रशासन एक तरह से लोकतंत्र और संविधान को कलंकित कर रहा है।''
उन्होंने आरोप लगाया, ''यहां चुनाव नहीं हो रहा है। मतदाताओं को मारपीट कर जबरन रोका जा रहा है। उनकी पर्चियां फाड़ी जा रही हैं। हर तरह से धमकाया जा रहा है कि आप वोट डालने नहीं जाएंगे। पूरे शहर में यही हो रहा है। आप मतदान प्रतिशत से अंदाजा लगा लीजिये।''
पूर्व विधायक ने कहा, ''लोकतंत्र का जो स्वरूप रामपुर में पेश किया जा रहा है, उससे एक न एक दिन पूरे देश को शर्मिंदा होना पड़ेगा।''
इस बीच, आजम खां के बेटे अदीब खां ने भी संवाददाताओं से बातचीत में पुलिस प्रशासन पर मतदाताओं को डराने—धमकाने और उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''मेरी प्रशासन से अपील है कि वह लोगों को मारे नहीं। उनके साथ अच्छा व्यवहार करे। अगर ऐसा होगा तो इसे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कैसे कहा जाएगा।''
उन्होंने कहा, ''यह लोकतंत्र नहीं है। (अगर ऐसा हो रहा है) फिर तो सीधे तौर पर भाजपा उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र दे देना चाहिए। पुलिस सारे शहर में क्या कर रही है, यह सब दिख रहा है। पुलिस ने लोगों को मारा पीटा है, वोट नहीं डालने दे रही है। लोकतंत्र में इतना जुल्म नहीं होता है कि आप वोट न डालने दें।''
गौरतलब है कि घृणा भाषण के मामले में आजम खां को तीन साल की सजा होने के कारण उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद रामपुर विधानसभा सीट रिक्त हो गई है। इस सीट पर उपचुनाव के तहत सोमवार को मतदान हो रहा है।
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