रुद्रप्रयाग, नौ नवंबर उत्तराखंड में स्थित तुंगनाथ मंदिर की डोली यात्रा के मार्ग में कथित तौर पर वन विभाग द्वारा निर्मित ‘ईको हट’ के कारण यात्रा में पांच घंटे के व्यवधान के मामले में वन विभाग के एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग की उप वन संरक्षक कल्याणी ने बताया कि पांच नवंबर को हुए इस मामले की शासन को प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी गयी है और एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है ।
उन्होंने बताया कि तुंगनाथ मंदिर के शीतकालीन पड़ाव स्थल की ओर जाने वाले पारंपरिक रास्ते को संरक्षित किया जाएगा ।
इस संबंध में जारी एक आदेश के अनुसार, उप वन क्षेत्राधिकारी कुंवर लाल को मामले की सूचना मिलने के बाद भी मौके पर पहुंचने में विलंब करने तथा मामले के समाधान के प्रयास से बचने का प्रयास करने और इस प्रकार अपने दायित्व के निर्वहन में विफल रहने के आरोप में रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वन अधिकारी के कार्यालय से संबंद्ध किया गया है ।
भगवान शिव को समर्पित तुंगनाथ मंदिर उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में रुद्रप्रयाग जिले में ग्यारह हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है । सर्दियों में कपाट बंद होने के बाद उनकी शीतकालीन पूजा तुंगनाथ से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मक्कू गांव में स्थित मंदिर में होती है।
गर्मियों में कपाट खुलने और सर्दियों में बंद होते समय भगवान की उत्सव डोली घने जंगलों और बुग्यालों से होती हुई अपने गंतव्य तक पहुंचती है।
तुंगनाथ मंदिर के मठापति रामप्रसाद मैठाणी ने 'पीटीआई-' को बताया कि भगवान की उत्सव डोली के आने-जाने के पारंपरिक रास्ते में वन विभाग की ओर से ‘टैंट कॉलोनी’ और ‘ईको पार्क’ बनाया गया है।
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