भारत में कोविड-19 के 79 प्रतिशत मामले 30 निकाय क्षेत्रों से आए, संक्रमितों की संख्या करीब 82,000 पहुंची
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नयी दिल्ली, 15 मई कोविड-19 पर मंत्री समूह (जीओएम) को शुक्रवार को सूचित किया गया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से 79 प्रतिशत महज 30 निकाय क्षेत्रों से आए हैं।

देश में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण से 2,649 लोगों की मौत हुई है जबकि कुल 81,970 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में, बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से आज सुबह आठ बजे तक, संक्रमण से 100 लोगों की मौत हुई है और देश में कोविड-19 के 3,967 नए मामले आए हैं।

पिछले 24 घंटे में इलाज के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से 1,685 लोग मुक्त हुए हैं और 34.06 प्रतिशत की दर से अभी तक 27,920 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर जा चुके हैं। बयान के अनुसार फिलहाल देश में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए 51,401 लोगों का इलाज चल रहा है।

ऐसे में जबकि देश में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, जीओएम ने जगहों को निषिद्ध करने और कोविड-19 के प्रबंधन, केन्द्र तथा विभिन्न राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों पर चर्चा की।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय मंत्री समूह की 15वीं बैठक में भारत और दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात पर विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत की गयी ।

बैठक में जीओएम को सूचित किया गया कि दुनिया भर में कोविड-19 के 42,48,389 मामले आए हैं, जिनमें से 2,94,046 लोगों की मौत हुई है और मृत्युदर 6.92 प्रतिशत है। उन्हें बताया गया कि भारत में अभी तक 81,970 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 3.23 प्रतिशत की मृत्यु दर से कुल 2,649 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, ‘‘लॉकडाउन के कारण कोविड-19 के मरीजों की संख्या दोगुनी होने में लगने वाले समय पर पड़े असर के बारे में भी बताया गया। लॉकडाउन से पहले जहां 3.4 दिन में मामले दोगुने हो रहे थे, वहीं अब मरीजों की संख्या 12.9 दिन में दोगुनी हो रही है।’’

बयान में कहा गया है कि ‘‘भारत में आए कोविड-19 के कुल मामलों का 79 प्रतिशत महज 30 निकाय क्षेत्रों से है।’’

उसमें कहा गया है, ‘‘बैठक में चर्चा हुई है कि कोविड-19 प्रबंधन रणनीति में उन राज्यों पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है जहां संक्रमित लोगों और संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या ज्यादा है।’’

इस बैठक में नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, जहाजरानी, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख लाल मंडाविया और केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे उपस्थित थे।

जीओएम को सूचित किया गया कि शुक्रवार तक देश में स्वास्थ्य सेवा ढांचों की स्थिति कुछ इस प्रकार है-- कोविड-19 के इलाज के लिए समर्पित 919 अस्पतालों सहित कुल 8,694 केन्द्र, 2,036 स्वास्थ्य केन्द्र और 5,739 देखभाल केन्द्र हैं। इनमें गंभीर और अति गंभीर हालत वाले मरीजों के लिए 2,77,429 बिस्तर हैं, आईसीयू में 29,701 बिस्तर हैं जबकि पृथक वार्डों में 5,15,250 बिस्तर हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए देश में फिलहाल 18,855 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं।

जीओएम को सूचित किया गया कि घरेलू विनिर्माता रोज करीब तीन लाख निजी सुरक्षा उपकरण/पोशाक (पीपीई) और इतनी ही संख्या में एन-95 मास्क का निर्माण कर रहे हैं, यह निकट भविष्य में देश की जरुरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।

घरेलू उत्पादकों ने वेंटिलेटर का निर्माण भी शुरू कर दिया है और खरीद के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है।

केन्द्र ने राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों और केन्द्रीय संस्थानों को 84.22 लाख एन-95 मास्क और 47.98 लाख पीपीई किट दिए हैं।

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने जीओएम को सूचित किया कि 509 सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं मिलाकर फिलहाल एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए करीब 1,00,000 नमूनों की जांच कर रहे हैं।

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