पुलिस से मदद मिलने के बाद 70 मजदूरों ने दिल्ली छोड़ने का इरादा बदला
अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नयी दिल्ली, 24 अप्रैल कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी से जाने की योजना बना रहे 70 मजदूरों ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस से भोजन और आश्रय संबंधी मदद मिलने के बाद यहां से जाने का इरादा छोड़ दिया।
अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि दक्षिण दिल्ली के संगमविहार के गुज्जर चौक में किराए पर रहे लगभग 70 दिहाड़ी मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार स्थित अपने घर जाने की तैयारी कर रहे हैं।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि सहायक उप निरीक्षक देवराज और कांस्टेबल चेतन को वहां भेजा गया। मजदूरों ने उन्हें बताया कि उनके पास बर्तन नहीं होने की वजह से उन्हें भोजन नहीं मिल पा रहा है।
एएसआई देवराज ने उन सभी मजदूरों के लिए थालियों की व्यवस्था की और उन्हें भोजन मुहैया कराया। उन्होंने मकान मालिकों से भी इन मजदूरों से किराया नहीं मांगने के लिए कहा।
उन्होंने बताया कि मजदूरों को आवश्यकता पड़ने पर पुलिस से संपर्क करने के लिए कहा गया है।
एक अन्य घटना में दिल्ली के खिड़की गांव से साइकिल से बिहार में अपने गांव जा रहे 29 मजदूरों को पुलिस ने दक्षिण दिल्ली के पुष्पा भवन इलाके में रोक लिया।
डीसीपी ने कहा कि समझाने के बाद वे सभी अपने ठिकानों पर लौट गए और फिर से नहीं जाने का वादा किया।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के फैजाबाद और आजमगढ़ जारहे 15 लोगों को पुलिस ने अरबिंदो मार्ग पर रोक लिया। वे सभी पश्चिम दिल्ली के मायापुरी इलाके के कबाड़ी बाजार से आ रहे थे।
उन्होंने बताया कि इन सभी मजदूरों को डीटीसी की बस में बिठा कर वापस भेजा गया।
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