मुंबई, 27 अगस्त मुंबई में मंगलवार को दही हांडी उत्सव के तहत मानव पिरामिड बनाने में शामिल कम से कम 41 गोविंदा घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि इन घायल गोविंदाओं को बीएमसी संचालित और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जन्माष्टमी के तहत दही हांडी उत्सव में लोग उत्साहपूर्वक हिस्सा ले रहे हैं। मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में यह उत्सव पारंपरिक उत्साह एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उत्सव के तहत दही हांडी के प्रतिभागी बहु-स्तरीय मानव पिरामिड बनाते हैं और हवा में लटकी दही हांडी को तोड़ते हैं।
बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि मानव पिरामिड बनाने के प्रयास के दौरान कम से कम 41 गोविंदा घायल हो गए।
इन घायल गोविंदाओं में से आठ को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और 26 का बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में उपचार किया जा रहा है, जबकि सात अन्य को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
अधिकारी ने बताया कि आठ गोविंदाओं में से तीन राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि एक-एक केईएम अस्पताल, सेंट जॉर्ज अस्पताल, एमटी अस्पताल और कुर्ला भाभा अस्पताल में भर्ती हैं।
मुंबई और आसपास के इलाकों में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। कई प्रमुख गोविंदा पाठक (समूह) ने शहर में कई स्थानों पर नौ-स्तरीय मानव पिरामिड बनाने की कोशिश की।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों और अन्य जगहों पर यौन उत्पीड़न के मामलों के मद्देनजर, कई गोविंदा समूहों ने मुंबई, ठाणे और अन्य स्थानों पर दही हांडी फोड़ते हुए बैनर और पोस्टर के माध्यम से सामाजिक संदेश भी प्रदर्शित किए। कई महिला गोविंदा समूह भी मानव पिरामिड बनाकर दही हांडी तोड़ने की कोशिश करते नजर आए।
इस उत्सव के कारण शहर के कई इलाकों में यातायात जाम की स्थिति भी बनी रही, क्योंकि प्रमुख चौराहों पर दही हांडी लटकाई गई थी।
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