देश में 2015 से अब तक 4.46 लाख लापता बच्चे मिले, अधिकतर को उनके परिवार के पास भेजा गया : स्मृति
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि 2015 से अब तक मिले 4.46 लाख लापता बच्चों में से अधिकतर को उनके परिवारों के पास भेज दिया गया है।
नयी दिल्ली, 23 सितंबर: महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि 2015 से अब तक मिले 4.46 लाख लापता बच्चों में से अधिकतर को उनके परिवारों के पास भेज दिया गया है. ईरानी ने कहा कि सरकार के मिशन वात्सल्य के तहत ये बच्चे पाये गए थे. वह बच्चों के संरक्षण पर राष्ट्रीय वार्षिक हितधारक परामर्श कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा, ‘‘आज, हम गर्व से कह सकते हैं कि करीब 4,46,000 लापता बच्चे मिल गए हैं, जिनमें से 3,97,530 बच्चों को सफलतापूर्वक उनके परिवारों के पास भेज दिया गया है.’’
ईरानी ने कहा कि 2021 में किशोर न्याय अधिनियम में संशोधन के बाद से, जिसके तहत अदालतों के बजाय जिला मजिस्ट्रेट को गोद लेने के आदेश जारी करने की जिम्मेदारी दी गई है, लगभग 2,600 बच्चों को गोद लिया गया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान कई भारतीय बच्चों के अनाथ होने के बारे में अंतराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा की जा रही थी. मंत्री ने कहा, ‘‘तब न केवल सरकार ने, बल्कि उच्चतम न्यायालय ने भी कदम उठाया...देशभर के लोगों को निर्देश दिया गया कि यदि आप किसी बच्चे को संकट की स्थिति में पाते हैं तो उस बच्चे को तुरंत प्राधिकारों के पास लाया जाना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं साझा कर सकती हूं कि सीसीआई (बाल देखभाल संस्थानों) में 45,000 से अधिक बच्चों को न केवल टीका लगाया गया, बल्कि मदद भी दी गई और उच्चतम न्यायालय ने इसका संज्ञान लिया.’’ ईरानी ने कहा कि बाल कल्याण के लिए सरकार का बजट आवंटन 2009-10 के 60 करोड़ रुपये से बढ़कर पिछले वर्ष 14,172 करोड़ रुपये हो गया. उन्होंने कहा, ‘‘2014 से, बाल देखभाल संस्थानों के माध्यम से, हमने सात लाख से अधिक बच्चों को सहायता प्रदान की है.’’संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) इंडिया की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफरे ने अपने संबोधन में, बच्चों के संरक्षण से जुड़े प्रयासों के लिए भारत की सराहना की.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)