देश की खबरें | गुजरात के लिए जानलेवा दुर्घटनाओं और करोड़ों रुपये के मादक पदार्थों की तस्करी का साल रहा 2024

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. गुजरात के लिए 2024 मादक पदार्थों की तस्करी और जानलेवा दुर्घटनाओं का साल रहा, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने 6,450 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त कीं, वहीं राजकोट में एक गेम जोन में आग लगने से 28 लोगों की मौत हो गई और वड़ोदरा में नाव पलटने से एक दर्जन बच्चे डूब गए।

अहमदाबाद, 25 दिसंबर गुजरात के लिए 2024 मादक पदार्थों की तस्करी और जानलेवा दुर्घटनाओं का साल रहा, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने 6,450 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त कीं, वहीं राजकोट में एक गेम जोन में आग लगने से 28 लोगों की मौत हो गई और वड़ोदरा में नाव पलटने से एक दर्जन बच्चे डूब गए।

इस साल राज्य में कुल 4,862 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए गए। सितंबर में पोरबंदर के तट पर अरब सागर में तटरक्षक के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से तीन लोग मारे गए।

साल की शुरुआत जनवरी में वडोदरा में नाव दुर्घटना से हुई, जिसमें 12 छात्रों सहित 14 लोगों की मौत हो गई। मई में राजकोट के एक गेम जोन में आग लगने से 28 लोग मारे गए। इन त्रासदियों ने दिखाया कि व्यवसाय संचालकों ने किस तरह सुरक्षा उपकरण नहीं रखे और अधिकारियों की नजरों से बचे रहे।

वड़ोदरा शहर के बाहरी इलाके में हरनी झील में 18 जनवरी को स्कूल पिकनिक के दौरान नाव पलटने से बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। जांच में पता चला कि झील में नौका विहार गतिविधियों के लिए एक अनुभवहीन फर्म को ठेका मिला था और नाव भी पुरानी और असुरक्षित थी। नाव सवार लोगों को न तो लाइफ जैकेट दी गई थी और न ही कोई लाइफगार्ड था।

राजकोट में, 25 मई को टीआरपी गेम जोन में लगी आग ने 28 लोगों की जान ले ली। मृतकों में अधिकतर युवा थे। यह मनोरंजन क्षेत्र टिन की छतों और दो मंजिला अस्थायी ढांचे में था। परिसर में पर्याप्त अग्निशामक यंत्र और आपातकालीन निकास व्यवस्था नहीं थी।

चौंकाने वाली बात यह भी है कि गेम जोन संचालकों के पास समुचित अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र और भवन उपयोग की मंजूरी भी नहीं थी। इन खामियों ने सवाल खड़े किए कि अधिकारियों ने यह जानते हुए भी प्रतिष्ठान को काम करने की अनुमति कैसे दी कि यह सभी नियमों और अग्नि सुरक्षा पर गुजरात उच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन कर रहा था।

नागरिकों ने जवाबदेही की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया।

सितंबर में एक बचाव अभियान के दौरान तटरक्षक के एक हेलीकॉप्टर के अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद चालक दल के तीन सदस्य लापता हो गए। बाद में उनके शव मिले।

पुलिस और मादक पदार्थ निरोधक एजेंसियों ने ​​इस साल नशीले पदार्थों की पांच बड़ी खेप जब्त कीं। फरवरी में सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त अभियान में अरब सागर में एक नाव से 3,300 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थ जब्त किए गए थे। एक महीने बाद, 13 मार्च को पोरबंदर के तट से 420 करोड़ रुपये मूल्य की 60 किलोग्राम मेथम्फेटामाइन जब्त की गई।

अगस्त में, अधिकारियों ने भरूच और ठाणे में बड़े पैमाने पर मेफेड्रोन उत्पादन का पर्दाफाश कर 831 करोड़ रुपये मूल्य का 800 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया।

अक्टूबर में, मध्य प्रदेश की एक फैक्ट्री से 1,814 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं और निर्माण सामग्री जब्त की गई और नवंबर में पोरबंदर के तट से लगभग 700 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की गई।

राजनीतिक मोर्चे पर भी प्रदेश में हलचल रही। गुजरात में सभी 26 लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा का पूर्ण वर्चस्व अप्रैल-मई में हुए आम चुनाव में कांग्रेस द्वारा एक सीट जीतने के बाद समाप्त हो गया।

भाजपा ने चुनावों से पहले एक गहन अभियान और कई लोगों के दल बदलने के बाद बनासकांठा सीट कांग्रेस के हाथों गंवा दी। सत्तारूढ़ दल ने 2014 और 2019 में सभी 26 सीटों पर जीत हासिल की थी और 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों में 182 में से रिकॉर्ड 156 सीट जीती थीं।

चुनाव से पहले, कांग्रेस के तीन और एक निर्दलीय समेत चार विधायकों और एक राज्यसभा सदस्य ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ आम चुनाव से पहले राज्य से गुजरी। लेकिन इससे भाजपा के गढ़ को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा। माना गया कि भाजपा के अभियान को पूर्व केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की राजपूत समुदाय के बारे में की गई टिप्पणी से नुकसान पहुंचा।

वर्ष 2024 में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक घोटाला भी सामने आया। नवंबर में, अहमदाबाद के ख्याति अस्पताल में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के तहत आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ लोगों पर अनावश्यक एंजियोप्लास्टी की गईं। इस प्रक्रिया के बाद दो व्यक्तियों की मृत्यु ने चिकित्सा कदाचार की सीमा को उजागर किया।

इस वर्ष शिक्षा क्षेत्र में भी राज्य को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सितंबर में, भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के एक छात्र ने परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर तनाव के कारण कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मार्च में, शहर में गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज अदा करने के लिए दूसरे देशों के छात्रों पर एक समूह द्वारा हमला किया गया, जिससे विवाद पैदा हो गया।

गुजरात ने इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी की, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ भी शामिल थे।

यूएई के राष्ट्रपति ने जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में भाग लिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक रोड शो और द्विपक्षीय बैठक की।

अक्टूबर में, सांचेज़ ने वड़ोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (टीएएसएल)-एयरबस सुविधा का उद्घाटन किया, जो भारत में सी-295 सैन्य विमान का निर्माण करेगी।

जनवरी में 10वें द्विवार्षिक वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में राज्य ने 26.33 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ 41,299 परियोजनाओं के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

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