दुबई, 13 अप्रैल भारत में देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के चलते दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पिछले 21 दिन से फंसे 19 भारतीय थक चुके हैं और अपने घरों को लौटने के लिए उत्सुक हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
गल्फ न्यूज की खबर के मुताबिक, जब भारत ने कोरोना वायरस प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर उड़ानों पर रोक लगाई, उस समय ये फंसे हुए लोग बीच सफर में थे।
कुछ दिन तो फंसे हुए लोगों ने हवाईअड्डे के बेंच को ही अपना ठिकाना बना लिया।
21 मार्च को लिए गए कोविड-19 के जांच नमूनों के नतीजों में संक्रमित नहीं पाए जाने के बाद 25 मार्च को इन्हें दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के होटल में स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में फंसे हुए सभी भारतीय इसी होटल में रह रहे हैं।
22 मार्च तड़के चार बजे वाली अहमदाबाद की उड़ान छूट जाने के बाद फंसे एक यूएई बैंक के आईटी कर्मचारी अरुण सिंह (37) ने कहा, '' जब से हमें यहां (होटल में) रखा गया है, तब से मैं खा रहा हूं और सो रहा हूं और बस यही दोहरा रहा हूं। मैं यहां आराम में हूं लेकिन घर वापस जाने को बेचैन हूं।''
अन्य फंसे भारतीयों के विपरीत, सिंह के पास यूएई निवास वीजा है, लेकिन वह वीजा निलंबन की वजह से हवाईअड्डे को नहीं छोड़ सकते।
वहीं, 18 मार्च से फंसे दीपक गुप्ता ने कहा कि वह नई दिल्ली में अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर चिंतित हैं।
गुरुग्राम की एक बहु राष्ट्रीय कंपनी में उच्च पदस्थ कर्मचारी गुप्ता ने कहा कि ऐसे समय में पत्नी को मेरी जरूरत है और जल्द ही हमें हवाईअड्डे पर फंसे हुए एक महीना पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे अब निराशा हो रही है।
अन्य लोगों की तरह गुप्ता भी नयी दिल्ली की उड़ान के लिए यूरोप से दुबई उतरे थे।
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