देश की खबरें | ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन शुरू

भुवनेश्वर, आठ जनवरी ओडिशा के भुवनेश्वर में बुधवार को 18वां प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन शुरू हुआ। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में भारत तथा विदेश से पांच हजार से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

विदेश मंत्री एस जयशंकर, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी द्वारा युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किए जाने के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को उद्घाटन सत्र में हिस्सा लेंगे, जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।

मुर्मू, प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान भी प्रदान करेंगी।

त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य की क्रिस्टीन कार्ला कंगालू इस बार के सम्मेलन की मुख्य अतिथि हैं। इस बार का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है। कंगालू ऑनलाइन माध्यम से सम्मेलन को संबोधित करेंगी।

मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने बताया कि ओडिशा सरकार 50 देशों के प्रवासी भारतीयों के सामने राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘सम्मेलन का प्रत्येक प्रतिनिधि ओडिशा पर्यटन के एंबेसडर की भूमिका निभाएगा और हमें उम्मीद है कि राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत विभिन्न देशों से पर्यटकों को आकर्षित करेगी।’’

विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि भारतीय प्रवासी उस देश और अपनी मातृभूमि के बीच ‘‘सेतु’’ के रूप में काम कर रहे हैं, जहां वे रहे या जहां उन्होंने काम किया।

चटर्जी ने कहा, ‘‘भारतवंशी विप्रेषित धन के सबसे बड़े स्रोतों में से एक के रूप में उभरे हैं। प्रवासी समुदाय की संख्या 3.54 करोड़ है, जिसमें 1.95 करोड़ भारतीय मूल के व्यक्ति और 1.58 करोड़ अनिवासी भारतीय शामिल हैं। यह प्रवासी समुदाय हमारी सबसे बड़ी ताकत है।’’

‘विप्रेषित धन’ किसी विदेशी कर्मचारी, प्रवासी समुदाय के सदस्य या विदेश में पारिवारिक संबंध रखने वाले नागरिक द्वारा किया गया धन का गैर-वाणिज्यिक हस्तांतरण है।

माझी ने लोगों से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि आने वाले मेहमान ओडिशा में घर जैसा महसूस करें और अच्छे अनुभव के साथ अपने-अपने देशों में लौटें।

राज्य सरकार ने भुवनेश्वर के लोगों से भी अपने घरों को दिवाली उत्सव की तरह सजाने की अपील की। ​​दुकान मालिकों, बाजारों और शॉपिंग मॉल प्रबंधनों को भी सजावटी लाइट लगाने के लिए कहा गया।

तीन दिवसीय सम्मेलन के लिए राज्य की राजधानी में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए भुवनेश्वर में केंद्रीय बलों के 1,200 जवानों के साथ लगभग 2,700 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

वार्षिक सम्मेलन का पिछला संस्करण मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित किया गया था।

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