आसपास के इलाके में 100 से अधिक चीनी युद्धक विमानों और नौ नौसेना जहाजों का पता चलने पर ताइवान ने चीन से इस "विनाशकारी एकतरफा कार्रवाई" रोकने के लिए कहा. पिछले महीनों में चीन ने ताइवान पर राजनयिक और सैन्य दबाव बढ़ाया है.चीनदावा करता है कि ताइवान उसका अपना क्षेत्र है. वह यह भी कह चुका है कि जरूरत पड़ने पर एक दिन बलपूर्वक वह ताइवान पर कब्जा कर लेगा. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने 24 घंटों में देखे गए युद्धक विमानों की संख्या में भारी इजाफे की बात कही है.
हालांकि चीन ने अब तक उड़ानों पर कोई आधिकारिक बयान जारी करने से परहेज किया है. रक्षा मंत्रालय ने कहा, ''17 सितंबर से 18 सितंबर की सुबह के बीच, राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कुल 103 चीनी विमानों का पता लगाया, जो हाल में सबसे अधिक है और इसने ताइवान क्षेत्र में सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा की हैं.”
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चीन का बढ़ता दबाव
जो युद्धक विमान ताइवान ने देखे हैं उनमें से 40 विमान ताइवान की तथाकथित मध्य रेखा को पार कर दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुस गए. चीन की तरफ से लगातार सैन्य दबाव की बात करते हुए, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया कि "ऐसी घटनाएं आसानी से तनाव बढ़ा सकती हैं और क्षेत्रीय सुरक्षा को खराब कर सकती है."
रक्षा मंत्रालय ने चीन से ऐसी एकतरफा कार्रवाइयों को तुरंत रोकने को कहा है. जबकि बीजिंग ने अभी तक लड़ाकू जहाजों की ताजा उड़ानों पर कोई बयान जारी नहीं किया है. चीन के ग्लोबल टाइम्स ने वीबो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट डाला है. इसमें बीजिंग की नीतियों को दोहराते हुए कहा गया, "मुख्य भूमि और ताइवान दोनों चीन के हैं, और ताइवान चीन का एक पवित्र और अविभाज्य हिस्सा है." इसमें चीन की सेना का जिक्र करते हुए कहा गया, "पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की प्रासंगिक युद्ध प्रशिक्षण गतिविधियां राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई हैं."
किसे चुने ताइवानः चीन या अमेरिका
ताइपे में बढ़ते चीनी युद्धक विमान
पिछले हफ्ते भी, ताइपे ने चीनी युद्धक विमानों और जहाजों द्वारा घुसपैठ की बढ़ती संख्या की सूचना दी थी. इनमें तेजी तब आई जब अमेरिका और कनाडा के दो जहाजों के ताइवान के ऊपर से गुजरने की खबर ने चीन को "हाई अलर्ट” कर दिया. इसके बाद, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार सुबह जानकारी दी कि गुरुवार को द्वीप के आसपास 68 चीनी विमान और 10 नौसैनिक जहाज देखे गए. मंत्रालय ने कहा कि उनमें से कुछ विमान और युद्धपोत चीन के शेडोंग विमान वाहक जहाज के साथ "संयुक्त समुद्री और हवाई प्रशिक्षण" करने के लिए पश्चिमी प्रशांत के एक अघोषित क्षेत्र में जा रहे थे.
जापान के रक्षा मंत्रालय ने भी पिछले हफ्ते कहा था कि उसकी नौसेना ने ताइवान के पूर्व में मियाकोजिमा द्वीप के लगभग 650 किलोमीटर दक्षिण में पानी के माध्यम से नौकायन करने वाले छह जहाजों का पता लगाया था - जिनमें फ्रिगेट, विध्वंसक, एक तेज लड़ाकू सहायता जहाज और शेडोंग शामिल थे.
विशेषज्ञों के मुताबिक चीन एशिया-प्रशांत में अमेरिकी प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अपनी ताकत बढ़ा सकता है. वह पूरे क्षेत्र में सहयोगियों के साथ कई दौर के सैन्य अभ्यास कर रहा है. ताइवान के इंस्टिट्यूट फॉर नेशनल डिफेंस एंड सिक्योरिटी रिसर्च के विश्लेषक सु त्ज़ु-यून ने एएफपी को बताया, "राजनीतिक रूप से, चीन का लक्ष्य संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले लोकतांत्रिक सहयोगियों के सैन्य नियंत्रण का मुकाबला करना है."
एसडी/एनआर (एएफपी)