इस्लामाबाद, 12 अगस्त पाकिस्तान की कुछ महिला पत्रकारों और टिप्पणीकारों ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से जुड़े लोगों पर आरोप लगाया है कि सरकार की आलोचना करने के लिए उन पर सोशल मीडिया में ‘विद्वेषपूर्ण’’ हमले किए जा रहे हैं।
विभिन्न मीडिया हाउसों और माध्यमों से ताल्लुक रखने वाली 16 महिला पत्रकारों ने ट्विटर पर एक संयुक्त बयान में कहा कि ऐसे हमले उनके लिए अपना पेशेवर कर्तव्य निभाना ‘‘बहुत मुश्किल बना रहे हैं।’’
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बयान में कहा गया है, ‘‘इन हमलों में अलग विचार रखने वाली महिलाओं, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार की आलोचना करने वाली खबरों पर काम करने वाली और खासतौर से कोरोना वायरस संक्रमण जुड़ी खबरों पर काम करने वाली पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है।’’
बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार मेहमाल सरफराज, बेनजीर शाह, आस्मा शिराजी, रीमा अमेर और मुनीज जहांगिर शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि महिला पत्रकारों और विश्लेषकों की निजी जानकारियां सार्वजनिक कर दी गई हैं।
मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कहा कि यह जानकर बहुत तकलीफ हो रही है कि महिला पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें गालियां दी जा रही हैं।
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