देश की खबरें | नई पीढ़ी को पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताना जरुरी है: नीतीश
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

पटना, 12 अगस्त बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि नई पीढ़ी को पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताना जरुरी है।

कुमार ने यहां एक अणे मार्ग से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये पथ निर्माण विभाग की 5024 करोड़ रूपये की 217 योजनाओं का बुधवार को उद्घाटन एवं शिलान्यास करते हुए कहा, ‘‘पथ निर्माण विभाग को इसके लिए बधाई देता हूं कि उसने वर्ष के शुरुआत से ही लगातार वर्षा और कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान कार्य में आयी बाधाओं के बावजूद कई योजनाओं को पूर्ण किया है, जिसका आज उद्घाटन किया गया है। 3516 करोड़ रुपये की लागत से 119 योजनाओं का आज उद्घाटन हुआ है तथा 1508 करोड़ रुपये की लागत से 98 योजनाओं का शिलान्यास किया गया है।’’

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उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताना जरुरी है। उसके पूर्व जो कार्य हुए हैं उसके बारे में भी लोगों को बताया जाए। वर्ष 2005 के पूर्व जो भी सड़कें थीं उनकी तस्वीर, उनकी स्थिति लोगों को दिखाएं और वर्ष 2005 के बाद जितने भी पथों, पुलों के उन्नयन और निर्माण के कार्य हुए हैं उनकी तस्वीर भी लोगों को दिखाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के साथ-साथ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लोगों तक इसकी जानकारी उपलब्ध कराने का काम करे। यह सच है कि पिछले 15 वर्षों के विकास कार्यों को देखने के बाद लोगों के मन में और विकास की इच्छा बढ़ी है जो कि स्वाभाविक है। हमलोग जो भी घोषणा करते हैं, लोगों को वचन देते हैं, उसे पूर्ण करने का भरपूर प्रयास करते हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को अगर बिहार की जनता फिर से सेवा का मौका देगी तो उन्हें आश्वस्त करते हैं कि हरेक बिंदुओं पर और बारीकी से कार्य होंगे, लोगों के और ज्यादा विकास की इच्छाएं पूर्ण होंगी।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के पूर्व सड़कों के निर्माण की स्थिति क्या थी, ये सभी लोग जानते हैं। वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद हमलोगों ने हर क्षेत्र में काम किया है। कानून का राज कायम किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य क्षेत्रों में काम करने के साथ सड़क, पुल-पुलियों का भी बड़ी संख्या में निर्माण कराया गया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2006-07 से 2009-10 तक 6735 कि0मी0, वर्ष 2009-10 से 2014-15 तक 9913 कि0मी0, 2015-16 से 2019-20 तक 10287 कि0मी0 राज्य उच्च पथों एवं वृहत जिला पथों का निर्माण तथा उन्नयन कार्य किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार में आने के बाद वर्ष 2005 से एक लाख 15 हजार 228 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का भी निर्माण तेजी से कराया जा रहा है, जिसमें 96 हजार 417 किमी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि वर्ष 2006 तक मात्र 835 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया गया था।

उन्होंने कहा कि राज्य के सुदूरवर्ती इलाके से सड़क मार्ग द्वारा 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है और अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। किशनगंज, वाल्मिकीनगर के क्षेत्र से अगर पटना 5 घंटे में लोग पहुंच जाएंगे, यह साधारण बात नहीं है। बांका से पटना आने में भी लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही है।

उन्होंने कहा कि आवागमन को आसान बनाने के लिए हर जिला मुख्यालय बाइपास से जोड़े जा रहे हैं इससे ग्रामीण इलाके के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में सुविधा होगी। अधिकांश जिला मुख्यालयों के लिए बाइपास निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है, शेष 7 जिला मुख्यालयों के बाइपास निर्माण की स्वीकृति अभी बाकी है, जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंडक नदी पर 16 जून 2020 को सत्तर घाट पुल का उद्घाटन किया गया था और उसी गंडक नदी के आज बंगराघाट पर पुल का उद्घाटन किया गया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में धनहाघाट-रतवलघाट पुल का निर्माण किया गया था, जिसका नामकरण गौतमबुद्ध सेतु किया गया था क्योंकि भगवान बुद्ध अपने अंतिम समय में इसी पथ से होकर गुजरे थे। पथ निर्माण विभाग इस पुल के नामकरण को गौतमबुद्ध सेतु के रुप में प्रचारित करे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी पर कच्ची दरगाह-विदुपुर पुल, बख्तियारपुर-ताजपुर पुल, अगवानीघाट-सुल्तानगंज पुल का निर्माण राज्य सरकार के द्वारा कराया जा रहा है। गंगा नदी पर केंद्र सरकार के द्वारा भी पुलों का निर्माण कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहटा-सरमेरा पथ के तहत डुमरी-सरमेरा खंड का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना और इसके पास बनने वाला रिंग रोड भी अपने आप में आवागमन के लिए महत्वपूर्ण होगा।

कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने भी संबोधित किया।

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