नयी दिल्ली, छह मई कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को कहा कि सरकार जैविक उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने और रासायनिक खादों के इस्तेमाल को कम करने के लिए एक लाख से अधिक गांवों में मिशन की तरह से जागरूकता अभियान चलाएगी।
यह फैसला, वर्ष 2015 में शुरू की गई मृदा स्वास्थ्य कार्ड (एसएचसी) योजना की प्रगति की समीक्षा के बाद लिया गया है।
इस योजना के तहत, दो साल के अंतराल पर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए जाते हैं। यह कार्ड किसानों को उनकी मिट्टी की पोषक स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं और साथ ही मृदा स्वास्थ्य और उसकी उर्वरता क्षमता में सुधार के लिए पोषक तत्वों की उचित खुराक पर सिफारिशें देते हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मिट्टी के रासायनिक, भौतिक और जैविक स्वास्थ्य की गिरावट को भारत में कृषि उत्पादकता में ठहराव के कारणों में से एक माना जाता है।’’
इसलिए, मंत्रालय के अधिकारियों को वर्तमान वित्तवर्ष में एक लाख से अधिक गांवों में किसानों के लिए मिशन अभियान की तरह जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है।
बयान में कहा गया है कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड में उपलब्ध सिफारिशों के अनुसार उर्वरकों और सूक्ष्म पोषक तत्वों के उपयोग के कारण फसलों की उपज में 5-6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
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