ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध हुआ लागू, भारत पर पड़ सकता है ये असर

प्रतिबंध ईरान के बैंकिंग और ऊर्जा क्षेत्र में लागू हुए हैं और वहां से तेल आयात जारी रखने वाले यूरोप, एशिया तथा कहीं के भी देशों और कंपनियों पर फिर से जुर्माने का प्रावधान करते हैं

पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Photo Credits: PTI/ File Photo)

वाशिंगटन: ईरान के खिलाफ सोमवार से प्रभावी हुए अमेरिका के अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंधों के बारे में ट्रंप प्रशासन का कहना है कि उसे इस बात का भरोसा है कि ईरान के शासन के बर्ताव को बदलने में ये असरदार सबित होंगे. हालांकि उन्होंने यह सवाल टाल दिया कि क्या भारत और चीन ने अमेरिका को यह पक्का भरोसा दिलाया है कि छह महीने के भीतर वे तेहरान से तेल खरीद पूरी तरह बंद कर देंगे.

प्रतिबंध ईरान के बैंकिंग और ऊर्जा क्षेत्र में लागू हुए हैं और वहां से तेल आयात जारी रखने वाले यूरोप, एशिया तथा कहीं के भी देशों और कंपनियों पर फिर से जुर्माने का प्रावधान करते हैं.  ईरान से तेल के सबसे बड़े खरीदार भारत और चीन हैं. ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्रों में अमेरिका के दंडात्मक प्रतिबंधों से अब तक ये देश बचे हुए हैं.

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माना जाता है कि एशिया के दोनों बड़े देश उन आठ देशों में शामिल हैं जिन्हें ईरान पर सोमवार से लागू हुए प्रतिबंधों से दुर्लभ छूट हासिल हुई है.  ट्रंप प्रशासन ने कहा कि उसने चीन और भारत समेत तुर्की, इराक, इटली, जापान और दक्षिण कोरिया से कहा है कि वह जितना जल्द हो सके ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह बंद कर दे.

हालांकि फॉक्स न्यूज पर एक टॉक शो के दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उन सवालों को टाल दिया जिनमें पूछा गया था कि ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह बंद करने को लेकर भारत और चीन की ओर से पक्का भरोसा मिला है या नहीं.

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