भारत के बाद अफगानिस्तान ने भी की इमरान खान की किरकिरी, अमेरिका ने भी चुप रहने की दी सलाह
गौरतलब है कि हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा में जनता को संबोधित करते हुए इमरान (Imran Khan) ने कहा था, “अफगानिस्तान (Afghanistan) में जल्द ही एक नयी सरकार का गठन होगा.
काबुल. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) द्वारा अफगानिस्तान (Afghanistan) को लेकर दिए एक बयान पर चारो तरफ से घिर गए हैं. बताना चाहते है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) पर उनकी टिप्पणी पर अमेरिका (America) ने भी उन्हें हिदायत देते हुए कहा है कि वह उसके आतंरिक मामलों में दखल न दें. प्रधानमंत्री ने कहा था कि तालिबान के साथ वार्ता को अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार ही आगे बढ़ा सकती है. दूसरी तरफ पाकिस्तान नें बुधवार को इमरान द्वारा दिए गए बयान पर सफाई दी है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय नें कहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और पाकिस्तान अफगानिस्तान में अमन चाहता है.
गौरतलब है कि हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा में जनता को संबोधित करते हुए इमरान (Imran Khan) ने कहा था, “अफगानिस्तान (Afghanistan) में जल्द ही एक नयी सरकार का गठन होगा.” इसके बाद काबुल (Kabul) में स्थित पाकिस्तानी दूतावास (Pakistan Embassy) में फर्स्ट सेक्रेटरी के पद पर आसीन अदील खान को अफगानी विदेश मंत्रालय ने इमरान खान (Imran Khan) के बयान को स्पष्ट करने के लिए तलब किया था. यह भी पढ़े-पाकिस्तान: प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपहरण हुए दो हिंदू किशोरियों की खबरों के जांच के दिए आदेश
इमरान खान (Imran Khan) की टिप्पणी को लेकर अफगानिस्तान में भारत के राजदूत ने जॉन आर. बास ने कहा है कि इमरान को यह समझना चाहिए कि क्रिकेट के कुछ पहलू कूटनीति में लागू होते हैं और कुछ नहीं होते. इमरान खान (Imran Khan) को यह ध्यान रखना चाहिए कि अफगानिस्तान में जारी शांति प्रक्रिया और आंतरिम मामलों में 'बॉल टेंपरिंग' यानी छेड़छाड़ न करें.
गौरतलब है कि इमरान खान (Imran Khan) के बयान को लेकर अफगानिस्तान सरकार ने भी आपत्ति जताई थी. अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने काबुल स्थित पाकिस्तान उप-उच्चायुक्त को तलब भी किया था.