काबुल, 29 फरवरी (एएफपी: - तालिबान यदि दोहा में कुछ घंटों के भीतर होने जा रहे समझौते का पालन करता है तो अमेरिका और इसके सहयोगी 14 महीने के भीतर अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस बुला लेंगे. वाशिंगटन और काबुल ने शनिवार को संयुक्त बयान में यह बात कही.
घोषणा में कहा गया कि शनिवार को समझौते पर हस्ताक्षर होने के 135 दिन के भीतर आरंभिक तौर पर अमेरिका और इसके सहयोगी अपने 8,600 सैनिकों को वापस बुला लेंगे. इसमें कहा गया कि इसके बाद ये देश 14 महीने के भीतर अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस बुला लेंगे.
इस समझौते के तहत दोनों शत्रुओं के बीच चरमपंथ खत्म करने के बदले अफगानिस्तान से हजारों अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाए जाने पर सहमति बनी है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले कहा था कि अफगान लोगों से नया भविष्य बुनने के मौके का लाभ उठाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस समझौते से 18 साल के लंबे संघर्ष के खत्म होने की उम्मीद है.
ट्वीट:-
Afghan-United States joint declaration: ....in order to disrupt & degrade efforts by al-Qaeda, ISIS-K and other international terrorist groups or individuals to carry out attacks against the United States or its allies. - TOLO news (2/2) https://t.co/ckRR9nD68t
— ANI (@ANI) February 29, 2020
दोनों देश के प्रतिनिधि
Doha, Qatar: United States of America & Taliban sign 'agreement for bringing peace to Afghanistan'. #AfghanPeaceDeal pic.twitter.com/5iRqEAAsIM
— ANI (@ANI) February 29, 2020
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2016 के चुनाव में वादा किया था कि, अगर उन्हेंह सत्ता में आने का मौका मिला तो सबसे पहले आते ही अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज को वापस अपने वतन बुला लेंगे. जिसके बाद अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन भी मिला था. उन्होंने माना था कि अफगानिस्तान में अमेरिकी फौजियों का रहने से कोई फायदा नहीं है. वहीं भारत दौरे पर ट्रंप ने अफगानिस्तान का चर्चा करते हुए कहा था कि जो 19 साल में नहीं हुआ वो काम अब हो रहा है और अमेरिकी सेना को जल्दी बुलाया जाएगा. ( भाषा इनपुट)