United Nations: म्यांमा में तख्तापलट के कदम को वापस लेने के लिए दबाव बनाएगा संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकतंत्र की बहाली की सुरक्षा परिषद की अपील का क्रियान्वयन, नवंबर में हुए संसदीय चुनाव के परिणाम का सम्मान करना और सेना द्वारा हिरासत में रखे गए सभी लोगों को रिहा करना ‘‘यानी तख्तापलट के कदम को वापस लेना अत्यंत आवश्यक’’ है.
संयुक्त राष्ट्र, 6 फरवरी : संयुक्त राष्ट्र (United Nations) प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकतंत्र की बहाली की सुरक्षा परिषद (security Council) की अपील का क्रियान्वयन, नवंबर में हुए संसदीय चुनाव के परिणाम का सम्मान करना और सेना द्वारा हिरासत में रखे गए सभी लोगों को रिहा करना ‘‘यानी तख्तापलट के कदम को वापस लेना अत्यंत आवश्यक’’ है. गुतारेस ने कहा, ‘‘हमें यह संभव बनाने के लिए हर प्रकार का दबाव बनाना चाहिए.’’
म्यांमा की सेना ने सोमवार को घोषणा की थी कि वह एक साल के लिए सत्ता की कमान अपने हाथ में ले रही है. उसने देश की शीर्ष नेता आंग सान सू ची की सरकार पर नवंबर में हुए चुनाव में धोखाधड़ी के आरोपों की जांच नहीं करने का आरोप लगाया. इन चुनाव में सू ची की पार्टी ने जीत हासिल की थी. यह भी पढ़ें : म्यांमार में नहीं थम रहा बवाल, अब स्वास्थकर्मियों ने सैन्य सरकार के लिए काम करने से किया इनकार
उसने सू ची, अन्य सांसदों, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को हिरासत में ले लिया है. गुतारेस ने बताया कि म्यांमा के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत क्रिस्टीन श्रानेर बर्गनर ने तख्तापलट के बाद शुक्रवार को पहली बार सेना से संपर्क किया और इस घटनाक्रम के प्रति संयुक्त राष्ट्र का कड़ा विरोध व्यक्त किया.