नई दिल्ली, 3 जुलाई : भारत ने ताजिकिस्तान को 50 बिस्तरों वाला भारत-ताजिकिस्तान मैत्री अस्पताल (आईटीएफएच) सौंपा है, जिसमें ऑपरेशन थिएटर, एक्स-रे सहित चिकित्सा उपकरण, दवाएं, स्टोर और सहायक उपकरण इत्यादि शामिल हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. आईटीएफएच को भारत सरकार द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था और जनवरी 2013 में दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के आधार पर अक्टूबर 2014 में इसका उद्घाटन किया गया था. अधिकारी ने कहा, अस्पताल ने भारत सरकार से तकनीकी सहायता और वित्तीय सहायता के आधार पर ताजिकिस्तान के सशस्त्र बलों और नागरिक आबादी को पिछले आठ वर्षों से मुफ्त मूल्यवान चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं.
वर्तमान में, आईटीएफएच में ईएनटी, सर्जरी, स्त्री रोग, चिकित्सा, बाल रोग और दंत चिकित्सा विभागों सहित चिकित्सा विशिष्टताओं की एक श्रृंखला है. इसने इन वर्षों में 1,00,000 से अधिक रोगियों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है, जिसमें पिछले दो वर्षों में 2,000 से अधिक सर्जरी करना शामिल है. भारतीय सेना के डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की एक टीम ने ताजिक नागरिकों को विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं और साथ ही साथ कई ताजिक डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है. अधिकारी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में 42 टन से अधिक दवाएं आईटीएफएच को भेजी गई हैं. यह भी पढ़ें : Russia Ukraine War: रूस के सैन्य बलों ने यूक्रेन के पूर्वी शहर पर हमले तेज किये
आईटीएफएच के अलावा, भारत सरकार ने ताजिकिस्तान को अन्य रूपों में भी चिकित्सा सहायता प्रदान की है. अधिकारी ने कहा, भारत ने दक्षिण-पश्चिम ताजिकिस्तान में पोलियो फैलने के बाद 2010 में यूनिसेफ के माध्यम से मौखिक पोलियो वैक्सीन की दो मिलियन खुराक प्रदान की. मार्च 2018 में, भारत ने ताजिकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में 10 एम्बुलेंस उपहार में दी. मई 2020 में कोविड -19 महामारी के दौरान, भारत ने ताजिकिस्तान को 50,000 एचसीक्यू टैबलेट और 100,000 पैरासिटामोल टैबलेट प्रदान किए. अधिकारी ने कहा कि 2021 में ताजिकिस्तान को लगभग 700,000 कोविशील्ड टीकों की आपूर्ति की गई थी.