ब्रिटेन में शराब पीने से रिकॉर्ड संख्या में मरे लोग
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

ब्रिटेन में शराब पीने की वजह से लगातार चौथे साल रिकॉर्ड संख्या में लोगों की मौत हुई है. बड़ी संख्या में ऐसी बीमारियों से लोगों की जान जा रही है, जिनके लिए शराब जिम्मेदार है.ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) ने रिकॉर्ड संख्या में लोगों के मौत की जानकारी दी है. देश में लोगों का शराब पीना कम हो सके इसके लिए विशेषज्ञ कई तरह के उपाय करने की सलाह दे रहे हैं. इनमें न्यूनतम कीमत तय करना, लेबलों पर सेहत और स्वास्थ्यसे जुड़ी जुड़ी चेतावनियां और विज्ञापन के कड़े नियमों को लागू करना शामिल है. ब्रिटेन के लिए यह "सेहत की बढ़ती समस्या" बनती जा रही है.

लगातार बढ़ रही है संख्या

ब्रिटन में 2023 में 10,473 लोगों की मौत के लिए सीधे तौर पर अल्कोहल जिम्मेदार था. इन लोगों की मौत स्वास्थ्य की जिन परिस्थितियों में हुई वे सीधे तौर पर शराब पीने से पैदा हुई थीं. मसलन शराब से हुई लिवर की बीमारी. 2023 का यह आंकड़ा 2022 में दर्ज हुई इस तरह की मौतों के 10,048 मामलों से करीब 4 फीसदी ज्यादा है. 2019 से तुलना करें तो यह कुल मिलाकर 38 फीसदी तक बढ़ चुका है.

संख्या बढ़ जरूर रही है लेकिन इसके बढ़ने दर में थोड़ी कमी आई है. एक साल पहले एक लाख लोगों में 16.6 लोग शराब पीने की वजह से हुई बीमारी के शिकार बने जबकि अब यह दर 15.9 प्रति लाख हो गई है. पुरुषों में शराब पीने के कारण मौत की दर 21.9 प्रति लाख है. महिलाओं के लिए यह आधी यानी करीब 10.3 प्रति लाख है. महिलाओं और पुरुषों का यह आंकड़ा 2023 का है.

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ओएनएस का कहना है कि आयु के हिसाब से मौत की दर 2020 के बाद पहली बार नीचे गई है. खासतौर से 25 से 59 वर्ष की आयु वाले लोगों में. 20 से 24 वर्ष और 60 वर्ष से ज्यादा के लोगों में शराब पीने से होने वाली मौत की दर नहीं बदली है. इंग्लैंड और वेल्स में मौत की दर 2022 और 2023 के बीच 15.0 से बढ़ कर 17.7 प्रति लाख हो गई. इंग्लैंड में सबसे ज्यादा मौत की दर उत्तर पूर्व में है. यहां प्रति लाख 25.7 लोगों की मौत हुई है. सबसे कम मौतों का आंकड़ा ईस्ट मिडलैंड से आया है जहां यह प्रति लाख 11.5 व्यक्ति है.

जानी पहचानी है समस्या

अल्कोहल हेल्थ अलायंस के चेयरमैन प्रोफेसर सर इयान गिलमोर का कहना है, "इस संकट की वजह जानी पहचानी है. सस्ता और आसानी से उपलब्ध अल्कोहल और जोरदार मार्केटिंग ने अत्यधिक पीने को सामान्य बात बना दिया है. इसी तरह समाधान भी जाने पहचाने हैं, जो नुकसान को घटाने वाले साबित हुए हैं." गिलमोर का कहना है, "न्यूनतम कीमत, विज्ञापन के बेहतर नियम, लेबलों पर सेहत से जुड़ी चेतावनियों को जरूरी करना और अल्कोहल के उपचार की सेवाओं में निवेश जैसे उपाय पूरे ब्रिटेन में बिना देरी लागू किए जाने चाहिए."

स्कॉटलैंड में न्यूनतम कीमत का नियम 2018 में लागू किया गया. इसके मुताबिक बीयर, वाइन और वोदका को 65 पी प्रति यूनिट से कम कीमत पर नहीं बेचा जा सकता. 65 पी प्रति यूनिट का मतलब है कि 10 यूनिट वाली वाईन की बोतल की कीमत 6.50 ब्रिटिश पाउंड से कम नहीं हो सकती. इसी तरह 2.5 यूनिट वाली बीयर बोतल की कीमत 1.63 पाउंड से कम नहीं होनी चाहिए.

विज्ञापन पर रोक और ज्यादा सावधानी की जरूरत

ब्रिटिश मेडिकल एसोसिशन (बीएमए) ने भी अल्कोहल पर ज्यादा शुल्क लगाने और शराब पी कर गाड़ी चलाने के नियम में अल्कोहल की मात्रा घटाने का सुझाव दिया है. बीएमए के बोर्ड ऑफ साइंस कमेटी के प्रमुख डेविड स्ट्रेन का कहना है, "हम बहुत पहले से जानते हैं कि अल्कोहल खतरनाक है जो निश्चित तौर पर सीमित मात्रा में या फिर बिल्कुल नहीं उपभोग करना चाहिए, तो आज बीएमए सरकार से यह सुनिश्चित करने की अपनी मांग दोहराती है कि अल्कोहल की कीमत और सावधानियों का ध्यान रखा जाना चाहिए."

स्ट्रेन ने यह भी कहा, "सबूत लगातार यह दिखाते रहे हैं कि किफायती उपभोग बढ़ता है, तो अल्कोहल पर ऊंचा शुल्क और उसकी न्यूनतम कीमतों का नुकसान घटाने पर सीधा असर होगा."

एसोसिएशन ने विज्ञापनों पर भी लगाम लगाने की मांग रखी है. अक्सर खेल आयोजनों का इस्तेमाल शराब बेचने वाली कंपनियां लोगों की भावनाओं को उभारने में करती हैं. एसोसिएशन इन पर रोक लगाने के साथ ही शराब पी कर गाड़ी चलाने के मामलों में अल्कोहल की मात्रा सीमित करना जरूरी मानती है. इसके अलावा चेतावनी और इलाज की सेवाओं में निवेश का भी मुद्दा उसने उठाया है.

कितनी शराब पीते हैं ब्रिटेन के लोग

कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि डॉक्टरों ने नियमित अल्कोहल उपभोग की जिस सीमा को नुकसानदेह नहीं माना है वह भी काफी ज्यादा है और इस वजह से लोग ज्यादा मात्रा में शराब पी रहे हैं. ब्रिटेन में प्रति व्यक्ति शराब की खपत करीब 10.8 लीटर है. ड्रिंकवेयर वेबसाइट ने हेल्थ सर्वे ऑफ इंग्लैंड के हवाले से बताया है कि ब्रिटेन के 55 फीसदी पुरुष कम से कम हफ्ते में एक बार शराब पीते हैं. महिलाओं के लिए यह आंकड़ा 42 फीसदी है. इसी तरह 8 फीसदी पुरुष और 5 फीसदी महिलाएं हर रोज शराब पीते हैं.

65 से 74 साल की उम्र के 60 फीसदी लोग हफ्ते में कम से कम एक बार जरूर शराब पीते हैं. 16-24 साल की उम्र में यह आंकड़ा 36 फीसदी है. ये आंकड़े साल 2022 के हैं. हालांकि 2011 की तुलना में हफ्ते में एक बार शराब पीने वाले लोगों की संख्या 2022 में 54 फीसदी से घट कर 48 फीसदी पर आ गई है. ब्रिटेन में अल्कोहल पीना शुरू करने की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है. इससे कम उम्र वालों का शराब पीना, उनका शराब खरीदना या फिर खरीदने की कोशिश और उन्हें शराब बेचना भी अपराध है.

एनआर/वीके (डीपीए)