Israel-Hamas War: अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारियों ने फहराया फिलिस्तीनी झंडा, 900 लोगों को किया गया गिरफ्तार (Watch Video)

हार्वर्ड, कोलंबिया, येल और यूसी बर्कले समेत कई जाने-माने विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन के समर्थन में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच हार्वर्ड विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों द्वारा जॉन हार्वर्ड की प्रतिमा के ऊपर फिलिस्तीनी झंडा फहराने पर सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है.

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Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर अब अमेरिका में भी देखा जाने लगा है. दरअसल, यहां के हार्वर्ड, कोलंबिया, येल और यूसी बर्कले समेत कई जाने-माने विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन के समर्थन में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच हार्वर्ड विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों द्वारा जॉन हार्वर्ड की प्रतिमा के ऊपर  फिलिस्तीनी झंडा फहराने पर सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है.

इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों के परिसर में छात्र धरने पर बैठे हैं. इनमें से कुछ संस्थानों ने परिसर में कब्जे हटाने के लिए पुलिस कार्रवाई का सहारा लिया है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय में हुई सामूहिक गिरफ्तारियों के बाद यह संख्या 900 के करीब पहुंच चुकी है.

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हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारियों ने फहराया फिलिस्तीनी झंडा, 900 गिरफ्तार

अमेरिका के विश्वविद्यालयों में पुलिस ने क्यों की कार्रवाई?

जानकारी के अनुसार, शनिवार को हार्वर्ड विश्वविद्यालय में यह घटना तब हुई, जब फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने आइवी लीग स्कूल के परिसर में चल रहे अपने आंदोलन को खत्म  करने से इनकार कर दिया था. हार्वर्ड के एक प्रवक्ता ने इस घटना को विश्वविद्यालय की नीति का उल्लंघन बताया था. उन्होंने कहा कि इसमें शामिल व्यक्तियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

अकेले शनिवार को, ब्लूमिंगटन में इंडियाना यूनिवर्सिटी, एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी और सेंट लुइस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न परिसरों से लगभग 275 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

क्या है छात्रों की मांग?

छात्रों की बड़ी मांग है कि ये विश्वविद्यालय उन कंपनियों में विनिवेश करे, जो या तो सीधे तौर पर इजरायल से जुड़ी हुई हैं. छात्रों ने अपने विश्वविद्यालयों से उन कंपनियों से अपना निवेश वापस लेने का आह्वान किया है, जो युद्ध में इस्तेमाल होने वाले सैन्य उपकरणों की आपूर्ति करती हैं.

 

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