दुबई जा रहे यात्री ने रिकॉर्ड किया ईरान के मिसाइल हमले का Video; दिखा भयावह नजारा
मंगलवार को दुबई जाने वाली एक उड़ान के यात्री ने ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए रॉकेट हमले का खौफनाक वीडियो रिकॉर्ड किया. न्यूयॉर्क पोस्ट द्वारा जारी इस फुटेज में लगभग 180 मिसाइलें दिखीं, जो इजरायल की ओर बढ़ रही थीं.
मंगलवार को दुबई जाने वाली एक उड़ान के यात्री ने ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए रॉकेट हमले का खौफनाक वीडियो रिकॉर्ड किया. न्यूयॉर्क पोस्ट द्वारा जारी इस फुटेज में लगभग 180 मिसाइलें दिखीं, जो इजरायल की ओर बढ़ रही थीं. यह हमला क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाते हुए इजरायल और ईरान के बीच एक बड़े संघर्ष का संकेत दे रहा है. इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि इस हमले की कीमत ईरान को चुकानी होगी. वहीं, ईरान ने भी पलटवार करते हुए कहा कि किसी भी प्रतिक्रिया के जवाब में क्षेत्रीय विनाश होगा. इससे मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जो इस क्षेत्र की शांति को उथल-पुथल में डाल सकता है.
'ईरान ने आज रात बड़ी गलती की है'
ईरान के इस हमले के बाद नेतन्याहू ने एक राजनीतिक-सुरक्षा बैठक की शुरुआत में कहा, "ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की है और उसे इसका भुगतान करना पड़ेगा." अमेरिकी समर्थन के साथ, इजरायल ने स्पष्ट किया कि वह ईरान के इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा.
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ईरान ने क्यों किया हमला
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इस हमले को इजरायल द्वारा लेबनान में हिजबुल्लाह और गाजा में ईरान समर्थित नेताओं की हत्याओं का जवाब बताया. इससे पहले, इजरायली सेना ने सोशल मीडिया पर यरुशलम के पवित्र स्थल पर ईरानी मिसाइलों की बौछार की फुटेज भी जारी की थी, जो मुस्लिम, ईसाई और यहूदी सभी धर्मों के लिए पवित्र है.
ईरान और अमेरिका के सीधे युद्ध में उलझने की आशंका बढ़ती जा रही है, क्योंकि इजरायल ने हाल के हफ्तों में लेबनान पर हमले तेज कर दिए हैं. मंगलवार को ईरान ने 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल पर दागीं, जिसके कारण पूरे इजरायल में सायरन बज उठे. यरुशलम और जॉर्डन नदी घाटी में धमाकों की आवाजें सुनाई दीं, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई.
इस हमले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. इजरायल के नागरिक बम शेल्टरों में छिप गए, और राज्य टेलीविजन पर रिपोर्टर्स लाइव प्रसारण के दौरान जमीन पर लेटते नजर आए. ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने पहली बार अपनी हाइपरसोनिक "फत्ताह" मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिनमें से 90% मिसाइलें इजरायल के निशानों पर सही से पहुंचीं.