इस्लामाबाद, 21 मार्च : पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और उनकी पत्नी बु्शरा बीबी शनिवार को कोरोना वायरस (Corona virus) से संक्रमित पाए गए. प्रधानमंत्री के शीर्ष सलाहकारों ने यह जानकारी दी. गौरतलब है कि खान (68) ने राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले चरण में बृहस्पतिवार को कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, नियमन एवं संयोजन को लेकर प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार डॉक्टर फैसल सुल्तान ने ट्विटर पर खान के संक्रमित होने की पुष्टि की. उन्होंने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री इमरान खान कोविड-19 की चपेट में आ गए हैं और उन्होंने अपने आवास पर खुद को पृथक कर लिया है.'' खान के प्रवक्ता डॉक्टर शहबाज गिल ने कहा कि प्रधानमंत्री को हल्का बुखार और खांसी है. बाद में प्रवासी पाकिस्तानी मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार सैयद जुल्फी बुखारी ने ट्वीट कर बुशरा बीबी के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की.
उन्होंने ट्वीट किया, ''हमारे देश की प्रथम महिला और प्रधानमंत्री इमरान खान के जल्द कोविड-19 से उबरने की कामना करता हूं.'' राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, नियमन तथा संयोजन मंत्रालय ने खान के टीका लगवाए जाने पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक लेने के दो से तीन सप्ताह बाद एंटीबॉडी विकसित होती है. मंत्रालय ने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री इमरान खान जिस समय वायरस की चपेट में आए, तब तक उनपर टीकाकरण का पूरी तरह असर नहीं हुआ था. उन्होंने महज दो दिन पहले टीके की पहली खुराक ली है. दो दिन किसी टीके के प्रभावी होने के हिसाब से बहुत कम समय है.'' इस बीच, पाकिस्तान में शनिवार को इस साल एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 3,876 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही देश में संक्रमण दर बढ़कर 9.4 प्रतिशत हो गई है. यह भी पढ़ें : India-Pakistan Relations: भारत-पाकिस्तान में मेल-मिलाप की प्रक्रिया कश्मीर से शुरू होनी चाहिए : महबूबा मुफ्ती
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि अब तक 6,23,135 लोगों के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है जबकि गत 24 घंटे में 40 और रोगियों की मौत होने से महामारी में अबतक जान गंवाने वालों की कुल संख्या 13,799 हो गई है. मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक कुल 5,79,760 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं. वहीं, 2,122 रोगियों की हालत गंभीर है. 'जियो न्यूज' की खबर के अनुसार पाकिस्तान में चीन से उपहार स्वरूप टीके आने के बाद फरवरी में टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे जबकि 10 मार्च को देश में आम लोगों को टीके लगाने की शुरुआत हुई थी. इनमें 60 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को तरजीह दी जा रही है.