Pakistan: पूर्व PM इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी हो सकती हैं गिरफ्तार, जानें वजह
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को गिरफ्तार किया जा सकता है. सूत्रों ने कहा, ''राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) कुछ सबूतों की जांच कर रही है, जिनकी पुष्टि होने पर बुशरा बीबी की स्थिति 'गवाह' से 'आरोपी' में बदल जाएगी और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है."
इस्लामाबाद, 11 नवंबर: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को गिरफ्तार किया जा सकता है. सूत्रों ने कहा, ''राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) कुछ सबूतों की जांच कर रही है, जिनकी पुष्टि होने पर बुशरा बीबी की स्थिति 'गवाह' से 'आरोपी' में बदल जाएगी और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है."
सबूत कुछ वित्तीय लेनदेन से संबंधित हैं, जो बुशरा बीबी को कथित तौर पर मिला था। फराह शहजादी के बारे में मीडिया में लीक हुई लेटेस्ट रिपोर्ट और पीएमएल-एन एवं एमक्यूएम द्वारा फॉलो-अप प्रेस कॉन्फ्रेंस भी इमरान खान के लिए कुछ अतिरिक्त समस्याओं की प्रस्तावना हैं.
इस बीच, एनएबी ने इमरान खान के कथित भ्रष्टाचार के मामलों तोशखाना और यूके की एनसीए (राष्ट्रीय अपराध एजेंसी) में भी निष्कर्ष की ओर अपनी जांच तेज कर दी है. एनएसी के 190 मिलियन पाउंड के मामले को अल-कादिर ट्रस्ट मामले के रूप में भी जाना जाता है.
सूत्रों के मुताबिक, ब्यूरो जल्द ही इन जांचों को पूरा कर सकता है और इमरान खान के खिलाफ मामला दर्ज करने के बारे में फैसला कर सकता है. गुरुवार को सरकारी सूत्रों के हवाले से अलग-अलग टीवी चैनलों पर फराह शहजादी के कथित भ्रष्टाचार की खबरें आईं.
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बाद में, पीएमएल-एन के अट्टा तरार ने फराह के कथित भ्रष्टाचार पर एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उन्हें इमरान खान एवं बुशरा बीबी के साथ जोड़ा. यह दावा किया गया था कि फराह की घोषित और गैर-घोषित संपत्ति में 2017 से 2020 तक 4,520 मिलियन पीकेआर की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है.
सरकारी सूत्रों ने गुरुवार को एक सार्वजनिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें आरोप लगाया गया कि फराह गोगी ने पीटीआई सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया. फराह गोगी, उनके पति अहसान जमील गुज्जर और उनके सहयोगियों के 102 बैंक खातों में 14 अरब रुपये से अधिक जमा हैं. फरहत शहजादी उर्फ फराह गोगी की घोषित और गैर-घोषित संपत्ति में 2017 से 2020 तक 4,520 मिलियन रुपये की वृद्धि हुई.