टोक्यो, 23 फरवरी: कोविड19 महामारी के दौरान 11 साल में पहली बार देश में आत्महत्या की दर में वृद्धि के बाद जापान ने इस महीने 'Minister of Loneliness' अपना पहला मंत्री नियुक्त किया है. द जापान टाइम्स के अनुसार यूके के उदाहरण के बाद, प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा (Yoshihide Suga) ने इस महीने की शुरुआत में अपने मंत्रिमंडल में मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस नियुक्त किया. यूके ने साल 2018 में मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस नियुक्त कर सबसे पहला उदाहरण पेश किया था.
इस मंत्रालय का मकसद अकेलेपन और नागरिकों में तनाव की स्थिति को दूर करना है. जापान के पीएम ने ये जिम्मेदारी तेत्सुशी सकामोटो (Tetsushi Sakamoto) को सौंपी है. पीएम सुगा ने अपने मंत्री को आदेश दिया है कि वो एक विस्तृत रणनीति के साथ इस पर आगे बढ़ें. माना जा रहा है कि तेत्सुशी सकामोटो एक टीम बनाकर आपातकालीन मीटिंग बुला सकते हैं जिसमें एक प्लान पर चर्चा होगी. यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने भारत में बौद्ध साहित्य का पुस्तकालय बनाने का प्रस्ताव रखा
बता दें कि 2020 में कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन के कारण जापान में सबसे ज्यादा आत्महत्या का रिकॉर्ड दर्ज हुआ है. महामारी के समय में एक दशक में सबसे ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की. साल 2019 की तुलना में सुसाइड रेट में 3.7 प्रतिशत की दर से इजाफा हुआ.
अपने इनौग्रल सम्मेलन में सकामोटो ने कहा कि प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने उन्हें, "महामारी के तहत बढ़ती महिलाओं की आत्महत्या दर के मुद्दे सहित" राष्ट्रीय मामलों को संबोधित करने के लिए नियुक्त किया है. उन्होंने कहा मुझे उम्मीद है कि सोशियल लोन्लीनेस और अकेलेपन को रोकने के लिए, लोगों के बीच संबंधों को बचाने के लिए गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा." यह भी पढ़ें: Coronavirus Vaccine Update: जापान के 7.2 करोड़ लोगों के लिए दी जाएगी फाइजर वैक्सीन
सीएनएन ने बताया कि जापानी सरकार ने आत्महत्या और बाल गरीबी जैसे मुद्दों के लिए 19 फरवरी को कैबिनेट के भीतर एक "अलगाव / अकेलापन प्रतिवाद कार्यालय" (isolation/loneliness countermeasures office) बनाया है. जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 426,000 से अधिक कोविड -19 मामले और 7,577 मौतें दर्ज की गई हैं.