
जापान के क्यूशू द्वीप में मंगलवार रात जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 6.0 रिक्टर स्केल पर मापी गई. भारतीय समयानुसार यह भूकंप 2 अप्रैल 2025 को शाम 7:34 बजे आया. तेज झटकों के कारण लोग घबराकर घरों और इमारतों से बाहर निकल आए. हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र क्यूशू के दक्षिणी इलाके में था और यह धरती के 30 किलोमीटर अंदर स्थित था. भूकंप के कारण कई सेकंड तक जमीन हिलती रही, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया. जापान में भूकंप सामान्य घटना है, लेकिन 6.0 तीव्रता वाले झटकों को गंभीर माना जाता है.
30 किलोमीटर की गहराई में था भूकंप का केंद्र
EQ of M: 6.0, On: 02/04/2025 19:34:00 IST, Lat: 31.09 N, Long: 131.47 E, Depth: 30 Km, Location: Kyushu, Japan.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjcVGs @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/FmxYcrJlHW
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 2, 2025
भूकंप के झटकों के बाद कई लोगों ने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों में शरण ली. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति का आकलन शुरू कर दिया है और किसी भी संभावित नुकसान की जांच की जा रही है.
सुनामी का खतरा नहीं
जापान के मौसम विज्ञान विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है. हालांकि, प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. जापान सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके.
जापान में भूकंप क्यों आते हैं?
जापान "रिंग ऑफ फायर" नामक भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है, जहां टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधि अधिक होती है. इसी कारण जापान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं. हालांकि, वहां भूकंपरोधी इमारतों और आपदा प्रबंधन प्रणाली के कारण जान-माल का नुकसान कम होता है.
फिलहाल, अधिकारियों की टीम भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि कहीं कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ.