संयुक्त राष्ट्र, 26 सितम्बर: संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रतिनिधि ने शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का सम्बोधन शुरू होते ही महासभा से वॉकआउट कर दिया. इमरान ने जैसे ही अपना संबोधन शुरू किया, वह भारत के खिलाफ हमलावर हो गए. एसेम्बली चैम्बर की पहली कतार की दूसरी सीट पर बैठे फर्स्ट सेकेट्ररी मिजितो विनितो (Mijito Vinito) ने पहले अपनी सीट छोड़ी. इमरान ने अपने सम्बोधन में पहले आरएसएस और फिर कश्मीर मुद्दे पर भारत पर हमले किए. इमरान खान ने भारत पर हमलों के लिए दबे सुर में आतंकवादियों को समर्थन देने की भी घोषणा की.
इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार और पाकिस्तान के लोग कश्मीरी भाइयों और बहनों के आत्मनिर्णय के लिए जारी संघर्ष का समर्थन करते हैं और उनके साथ खड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत पर पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रायोजित किसी भी हमले में शामिल होने से इमरान खान ने इनकार किया और कहा कि इसका झूठा प्रचार किया जा रहा है. भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने इमरान खान के हमलों की आलोचना करते हुए कहा कि ये युद्ध की आग भड़काने वाला भाषण था.
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उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 75 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान एक निम्न स्तर का कूटनीतिक कदम है - शातिर, असत्य, व्यक्तिगत हमलों से भरा हुआ. अपने स्वयं के अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न करने वाला पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देता रहता है. भारत इसका करारा जवाब देने का हकदार है. संवैधानिक रूप से गैर-मुस्लिमों के साथ-साथ अहमदिया संप्रदाय के मुसलमानों को पूर्ण नागरिकता के अधिकारों से वंचित रखने वाले इस्लामी गणतंत्र के प्रधान मंत्री ने कहा कि भारत महात्मा गांधी के धर्मनिरपेक्षता को त्याग रहा है और हिंदुत्व राज्य की ओर बढ़ रहा है.