रूस को उपकरण पहुंचाने वाला जर्मन निर्माता गिरफ्तार

जर्मनी के एक पूर्व उपकरण निर्माता को रूस को प्रतिबंधित सामान उपलब्ध करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

जर्मनी के एक पूर्व उपकरण निर्माता को रूस को प्रतिबंधित सामान उपलब्ध करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 2022 में यूक्रेन हमले के बाद जर्मनी ने रूसी हथियार इंडस्ट्री को कुछ टूल्स बेचने पर बैन लगा दिया.जर्मनी के एक पूर्व उपकरण निर्माता को रूसी हथियार इंडस्ट्री को बैन सामान उपलब्ध करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उनपर दोहरे इस्तेमाल वाली प्रतिबंधित चीजों को पहुंचाने का संदेह है. इस बात की जानकारी जर्मनी के प्रॉसिक्यूटर जनरल ने 24 अगस्त को दी.

अभियोजन पक्ष के अधिकारी ने एक बयान में कहा, उली एस नाम के व्यक्ति पर एक रूसी हथियार निर्माता को छह मशीन टूल्स डिलीवरी के तीन कॉन्ट्रैक्ट साइन करने का आरोप है. इन टूल्स का इस्तेमाल रूसी कंपनी ने स्नाइपर राइफल्स बनाने में किया. हालांकि ये करार 2015 में किए गए थे.

करीब 16.48 करोड़ का था ऑर्डर

आरोपों के मुताबिक उली एस ने यूक्रेन पर रूस के 2022 के हमले के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार किया. ये प्रतिबंध रूस को दोहरे उपयोग वाले सामानों के निर्यात पर रोक लगाते हैं. मशीन टूल्स स्विट्जरलैंड के जरिये और एक मामले में लिथुआनिया के माध्यम से थर्ड पार्टी कंपनियों की मदद से डिलीवर किए गए थे. मशीनों की बिक्री का ऑर्डर करीब 16.48 करोड़ का था.

जनरल के बयान के मुताबिक, कंपनी ने 2016 में रूसी हथियार निर्माता के कर्मचारियों को उपकरणों के इस्तेमाल की ट्रेनिंग भी दी. आरोपी को यूरोपीय गिरफ्तारी वारंट के आधार पर 10 अगस्त को फ्रांस से हिरासत में लिया गया था. फिर 22 अगस्त को फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर जर्मन हिरासत में ट्रांसफर कर दिया.

क्या होते हैं डुअल यूज गुड्स

ये वो सामान, सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी हैं, जिनका इस्तेमाल नागरिक और सैन्य दोनों क्षेत्रों में किया जा सकता है. इसमें ड्रोन से लेकर केमिकल तक कुछ भी हो सकते हैं.

यूरोपीय संघ दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात, ट्रांजिट, दलाली और तकनीकी मदद को कंट्रोल करता है. ऐसा करके वह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देता है और सामूहिक विनाश के हथियारों (डब्ल्यूएमडी) के प्रसार को रोकने में सहायता करता है. यूक्रेन हमले के बाद पश्चिमी देशों ने रूस को इस श्रेणी में आने वाली चीजों का एक्सपोर्ट करना बंद कर दिया था. यह कई प्रतिबंधों में से एक है.

पीवाई/ओएसजे (रॉयटर्स)

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