नई दिल्ली, 11 मार्च: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के सितंबर में दिल्ली में जी20 (G20) शिखर सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है. रिपोर्टों के अनुसार, क्रेमलिन पुतिन के कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए काम कर रहा है, ताकि रूसी राष्ट्रपति के लिए पिछले दो शिखर सम्मेलनों को छोड़ने के बाद भाग लेना संभव हो सके. यह भी पढ़ें: G20 India: दिल्ली मेट्रो ने G20 के लोगो का नया स्मार्ट कार्ड जारी किया
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि क्रेमलिन भले ही फिलहाल इस पर विचार कर रहा है, लेकिन इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है. इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि जारी नहीं की गई है, हालांकि भारत ने औपचारिक रूप से पुतिन को आमंत्रित किया है और क्रेमलिन ने इसे स्वीकार कर लिया है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि क्रेमलिन व्लादिवोस्तोक में एक वार्षिक आर्थिक मंच की तैयारी कर रहा है, जो सितंबर 9-10 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या के लिए निर्धारित किया गया था. सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन को अधिक लचीलापन देने और इस संभावना को खोलने के लिए कि भारत और चीन के वरिष्ठ अधिकारी फोरम में शामिल हो सकते हैं, एक हफ्ते बाद इसे स्थानांतरित कर दिया गया.
जहां भारत ने पुतिन को जी20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है, वहीं क्रेमलिन ने आधिकारिक रूप से निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. हालांकि, पिछले साल संघर्ष को लेकर अमेरिका और उसके सहयोगियों के दबाव के चलते पुतिन ने इंडोनेशिया में होने वाले सम्मेलन में शामिल होने का अपना निमंत्रण वापस ले लिया और उनकी जगह सर्गेई लावरोव को भेज दिया.
रिपोर्टो में कहा गया है कि क्रेमलिन ने नवंबर के बाद से समूह में थोड़ा कम अकेलापन महसूस किया है. इससे पहले मार्च में दिल्ली में जी20 विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में रूस और चीन ने उस संघर्ष की भाषा को खारिज कर दिया था, जिस पर छह महीने से भी कम समय पहले इंडोनेशिया में नेताओं के शिखर सम्मेलन में सहमति बनी थी.